Chaibasa : जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) के निर्देश और जिला प्रशासन के प्रयास से मानव तस्करी की शिकार खूंटपानी प्रखंड की एक 28 वर्षीय युवती को पंजाब से सुरक्षित वापस लाया गया है। यह सफलता जिला जज सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन, प्राधिकार के सचिव रवि चौधरी और पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन के समन्वित प्रयास से संभव हो सकी।
कैसे हुआ खुलासा
खूंटपानी की रहने वाली युवती को गांव के ही एक व्यक्ति ने झांसा देकर पंजाब ले जाकर नौकरी दिलाने का वादा किया था। कुछ समय बाद युवती के परिजनों को उससे संपर्क टूट जाने पर चिंता हुई। तब सामाजिक कार्यकर्ता और अधिकार मित्र अलकमा रूही ने इस मामले की जानकारी डालसा सचिव रवि चौधरी को दी।
प्रशासन की सक्रियता
जानकारी मिलते ही सचिव रवि चौधरी ने जिला जज से अनुमति लेकर पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन को अवगत कराया। एसपी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए महिला थाना प्रभारी शीला मिंज को पंजाब से युवती को सुरक्षित वापस लाने की जिम्मेदारी सौंपी। शीला मिंज के नेतृत्व में की गई सटीक और संवेदनशील कार्रवाई के चलते युवती को सकुशल झारखंड लाया गया।
परिवार में लौटी मुस्कान
अपनी बेटी को सुरक्षित लौटते देख परिवार वालों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। उन्होंने डालसा और पुलिस विभाग के प्रति आभार प्रकट किया। युवती पूरी तरह स्वस्थ है और उसे उचित परामर्श व सहायता दी जा रही है।
डालसा की सक्रिय भूमिका
डालसा के सचिव रवि चौधरी ने बताया कि प्राधिकरण समाज के गरीब, वंचित और कमजोर वर्गों को नि:शुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए संकल्पित है। इस मामले में भी डालसा ने त्वरित कार्रवाई की और युवती को सुरक्षित बचाकर एक मिसाल पेश की।