रांची : जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा (JSSC-CGL Examination) पेपर लीक मामले (Paper Leak Case) में एसआईटी (SIT) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस टीम ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) समेत अन्य स्थानों पर छापेमारी कर इस गिरोह के मुख्य सरगना सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए मुख्य सरगना संदीप त्रिपाठी (गोरखपुर निवासी) और विवेक रंजन हैं।
मुख्य सरगना की गिरफ्तारी
गिरफ्तारी के बाद की जांच में एसआईटी को यह जानकारी मिली कि आईआरबी का एक जवान भी इस गिरोह में शामिल था। यह जवान पूर्व में छुट्टी लेकर जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में शामिल हुआ था। हालांकि, वह अब फरार है और उसकी तलाश में एसआईटी की छापेमारी लगातार जारी है।
गिरफ्तारी के बाद यह भी खुलासा हुआ कि गिरोह के सरगना संदीप त्रिपाठी और आईआरबी के जवान के बीच संपर्क था। आरोप है कि पेपर लीक करने के नाम पर गिरोह के सदस्य परीक्षार्थियों से अवैध वसूली कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में मनी ट्रेल के साक्ष्य भी प्राप्त किए हैं, जो गिरोह के सरगना और अन्य आरोपितों के बीच आर्थिक लेन-देन को साबित कर रहे हैं।
गिरफ्तारी और एसआईटी की जांच
एसआईटी ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए जब्त किया है। पुलिस ने आईआरबी के जवान और अन्य आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। एसआईटी की ताजा जानकारी के अनुसार, गिरोह के सरगना का गोरखपुर में ठिकाना था, जहां छापेमारी की गई और उन्हें गिरफ्तार किया गया।
जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में हुई धोखाधड़ी
आपको बता दें कि 21 और 22 सितंबर 2024 को राज्यभर में जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा तीन पालियों में आयोजित की गई थी। इस दौरान पार्षदों और अन्य जिम्मेदार लोगों के नाम पर परीक्षार्थियों से अवैध वसूली की गई थी। पेपर लीक और परीक्षा में धोखाधड़ी के मामले को लेकर सीआईडी ने जांच शुरू की है। मामले की पुष्टि करते हुए सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने कहा कि यह एक संगठित गिरोह का मामला है और एसआईटी इस पर कड़ी कार्रवाई कर रही है।