रांची : जेएसएससी के सचिव सुधीर कुमार गुप्ता ने शनिवार को एक पत्रकार वार्ता में स्पष्ट किया कि सीजीएल परीक्षा में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सभी आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं और हर जांच के बाद यह निष्कर्ष सामने आया है कि परीक्षा पूरी तरह से पारदर्शी रही है।
गड़बड़ी के आरोपों को नकारा
सुधीर कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारियों द्वारा जो सीडी दी गई थी, वह पूरी तरह से ब्लैंक पाई गई। इसके अलावा, जो आरोप लगाए गए थे, उन्हें शपथ पत्र के माध्यम से प्रस्तुत करने को कहा गया, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि जांच में यह भी पाया गया कि जिस सीट का जिक्र किया गया था, वहां कोई छात्र परीक्षा में शामिल ही नहीं हुआ था।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने का आरोप
गुप्ता ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया। साथ ही परीक्षा में गड़बड़ी के उस आरोप को निराधार बताया, जिसमें यह दावा किया गया था कि परीक्षा के दौरान बाहर से उत्तर भेजे गए थे। उन्होंने बताया कि आयोग को इस संदर्भ में कोई ठोस साक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है। इसके अलावा उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा के दौरान कदाचार को रोकने के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर कड़ी निगरानी रखी गई थी। कुल 15,991 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से परीक्षा पर निगरानी रखी गई और प्रत्येक केंद्र पर दो अतिरिक्त पर्यवेक्षक, एक परीक्षा ऑब्जर्वर, एक स्टेटिक दंडाधिकारी और पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी।
परीक्षा को लेकर सचिव ने कहा
जेएसएससी सचिव ने यह भी कहा कि सभी 823 परीक्षा केंद्रों पर कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण परीक्षा आयोजित की गई। किसी भी जिले के उपायुक्त से कदाचार संबंधी कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है, जो यह सिद्ध करता है कि परीक्षा निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हुई।