जमशेदपुर : करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष विनय सिंह की हत्या के तीन दिन बाद मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। यह अंतिम यात्रा जमशेदपुर के मानगो स्थित आस्था स्पेस टाउन से शुरू हुई, जिसमें समाज के तमाम वर्गों से सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और भावभीनी विदाई दी। दूसरी तरफ, पुलिस अब तक हत्यारोपियों का पता नहीं लगा पाई है। शव यात्रा सीतारामडेरा, भुइयांडीह होते हुए सुवर्णरेखा बर्निंग घाट पहुंची, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान करणी सेना, क्षत्रिय समाज, और अन्य सामाजिक संगठनों के लोग भारी संख्या में शामिल हुए और विनय सिंह को श्रद्धांजलि दी। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत भी अंतिम संस्कार में पहुंचे और विनय सिंह को श्रद्धांजलि दी।
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने भुइयांडीह स्थित स्वर्णरेखा बर्निंग घाट पर पत्रकारों से कहा कि घटना को अंजाम हुए 48 घंटे हो गए हैं। अभी तक पुलिस ने हमारे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सिंह के हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार करे। बाद राज सिंह शेखावत अपने समर्थकों और करणी सेना के कार्यकर्ताओं के साथ बिष्टुपुर स्थित एसएसपी ऑफिस पहुंचे। यहां काफी देर तक वह गेट के सामने खड़े रहे।
कई एंगल पर काम कर रही पुलिस
पुलिस को कुछ ठोस सुराग हाथ लगे हैं। इसके जरिए पुलिस हत्यारों तक पहुंचने की कोशिश में लगी है। वहीं पुलिस कई एंगल पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि पुलिस जल्द ही घटना का खुलासा करेगी। करणी सेना की तरफ से भी पुलिस पर काफी दबाव है। विनय सिंह के शव के पास एक देशी पिस्टल मिला था। पुलिस इन सवालों में उलझी हुई है कि यह देशी पिस्टल किसका है। इसे बदमाशों ने घटनास्थल पर शव के पास क्यों रखा था। यह पिस्टल कहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए तो नहीं रखा गया। या इसी पिस्टल से चली गोली ने विनय सिंह की जान ली। सूत्रों की मानें तो पुलिस को कुछ सीसीटीवी फुटेज भी हाथ लगे हैं। एमजीएम थाने के एक पुलिस कर्मी ने बताया कि पुलिस घटना का खुलासा करने के काफी नजदीक पहुंच चुकी है। पुलिस को इस मामले में काफी कुछ हाथ लगा है। मगर, पुलिस घटना का खुलासा करने से पहले सभी सुबूतों को पुख्ता करना चाहती है।
अर्जुन मुंडा और रघुवर दास ने सरकार को घेरा
विनय सिंह की हत्या के बाद राजनीतिक माहौल भी गर्म हो गया है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा उनके परिजनों से मिलने पहुंचे। उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाया और कहा कि यह हत्या राज्य की कानून-व्यवस्था की नाकामी को दर्शाती है। उन्होंने सीधे तौर पर पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
पूर्व मुख्यमंत्री का कहना था कि विनय सिंह एक सामाजिक कार्यकर्ता थे और इस तरह से उनकी हत्या से आम लोगों के मन में भय का माहौल पैदा हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और राज्य में कानून का कोई खौफ नहीं बचा है।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राज्य में क्राइम का ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। जमशेदपुर, रांची, धनबाद जैसे बड़े शहर अपराध की गिरफ्त में हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि वे विदेश में निवेशकों को आमंत्रित कर रहे हैं, लेकिन जब तक राज्य में अपराध नियंत्रण नहीं होगा, तब तक कोई भी निवेशक झारखंड की ओर रुख नहीं करेगा।
रघुवर दास ने साफ कहा कि गृह विभाग खुद मुख्यमंत्री के पास है, और ऐसे में वह अपनी जिम्मेदारियों से नहीं बच सकते। राज्य में अपराधमुक्त और सुरक्षित माहौल बनाना सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए, लेकिन वर्तमान में स्थिति इसके बिल्कुल विपरीत है।