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मोदी पर बरसे खड़गे, कहा- लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश, हम लड़ रहे आजादी की दूसरी लड़ाई

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में जितनी बड़ी धोखाधड़ी हुई, वह लोकतंत्र को नष्ट करने की साजिश थी। पिछले 11 सालों में यह सरकार लगातार संवैधानिक मूल्यों पर हमला कर रही है।

by Reeta Rai Sagar
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नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को BJP शासित केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव “धोखाधड़ी” के जरिए जीता। उन्होंने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए मतपत्रों के जरिए चुनाव कराने की बात कही।

लोकतंत्र को कमजोर करने का लगाया आरोप
अहमदाबाद में आयोजित ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) सत्र में खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी की सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को जानबूझकर कमजोर करने और राष्ट्रीय संपत्तियों को कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को सौंपने का आरोप लगाया।

‘ईवीएम विपक्ष को नुकसान पहुंचाती है’
खड़गे ने कहा, “पूरी दुनिया ईवीएम से मतपत्रों की ओर बढ़ रही है, लेकिन हम अभी भी ईवीएम का उपयोग कर रहे हैं। यह सब धोखाधड़ी है। वे हमसे साबित करने को कहते हैं। आपने ऐसी तकनीकें बनाई हैं जो सत्ताधारी पार्टी के पक्ष में और विपक्ष के खिलाफ काम करती हैं।”

महाराष्ट्र चुनाव एक धोखाधड़ी: खड़गे
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए खड़गे ने कहा, “महाराष्ट्र में क्या हुआ? हमने हर जगह यह मुद्दा उठाया, राहुल गांधी ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया। उन्होंने जो मतदाता सूची बनाई थी, वह सवाल उठाती है… महाराष्ट्र चुनाव धोखाधड़ी थी। यही बात हरियाणा में भी हुई।”

कहा-साजिश का करेंगे पर्दाफाश
खड़गे ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 90 प्रतिशत सीटें जीतीं, जो पहले कभी नहीं हुआ था। “महाराष्ट्र चुनाव में जितनी बड़ी धोखाधड़ी हुई, वैसा पहले कभी नहीं हुआ, यह लोकतंत्र को नष्ट करने की साजिश थी।” हम इसका पता लगाएंगे। चोर हमेशा पकड़ा जाता है। हमारे वकील और नेता इस पर काम कर रहे हैं। हम इसका समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं।

‘संविधान पर हमला’
कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि पिछले 11 सालों में सरकार लगातार संविधानिक मूल्यों पर हमला कर रही है। संविधानिक संस्थाओं और सिद्धांतों पर हमला किया जा रहा है। हमें इन्हें बचाने के लिए संघर्ष करना होगा। लोकतंत्र को धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है और महत्वपूर्ण संस्थाओं और संसदीय प्रक्रियाओं को कमजोर किया जा रहा है।

विपक्ष की आवाज को भी दबाया गया
खड़गे ने हाल ही में हुए संसदीय सत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने विपक्ष की आवाज दबाई। स्पीकर ने विपक्ष के नेता का नाम लिया, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया। यह लोकतंत्र में शर्मनाक है। अगर आप विपक्ष के नेता को बोलने नहीं देंगे, तो लोगों की आवाज कैसे उठेगी? उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह साम्प्रदायिक बहस को देर रात तक चलाने का प्रयास करती है, जिसमें मणिपुर संकट पर 4 बजे चर्चा भी शामिल है और यह सार्वजनिक आलोचना से बचने की एक रणनीति है।

‘पीएम मोदी देश बेच रहे हैं’
अपने हमले को तेज करते हुए खड़गे ने प्रधानमंत्री मोदी की सरकार पर आरोप लगाया कि वह सार्वजनिक संसाधनों को कुछ उद्योगपतियों को सौंप रही है। एससी/एसटी/OBC आरक्षण को तेजी से निजीकरण के जरिए खत्म कर रही है, और देश को आर्थिक असमानता की ओर धकेल रही है। अगर ऐसा चलता रहा, तो मोदी सरकार और मोदी खुद देश को बेचकर चले जाएंगे।

‘हम लड़ रहे स्वतंत्रता की दूसरी लड़ाई’
उन्होंने भाजपा-आरएसएस पर साम्प्रदायिक भावनाओं को उभारने का आरोप लगाया, यह कहते हुए कि प्रधानमंत्री मोदी “आग लगाते हैं” और आरएसएस के सदस्य “उसमें घी डालते हैं।” हम स्वतंत्रता संग्राम की दूसरी लड़ाई लड़ रहे हैं, फर्क यह है कि पहले विदेशी साम्प्रदायिकरण, गरीबी और असमानता से लाभ उठा रहे थे, अब देश की अपनी सरकार इसका फायदा उठा रही है।

जाति जनगणना, मूल्य वृद्धि पर भी निशाना साधा
कांग्रेस के जाति जनगणना की मांग को दोहराते हुए खड़गे ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने ओबीसी समुदाय को चुनावी फायदे के लिए अपनी पहचान का इस्तेमाल किया, लेकिन इस समुदाय को ठोस लाभ नहीं दिया। उन्होंने सरकार को पेट्रोल और एलपीजी की कीमतों में वृद्धि के लिए भी आलोचना की, यह कहते हुए कि यह आम नागरिकों पर एक बड़ा बोझ है।

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