- मानव तस्करी और यौन शोषण से जुड़े तीन गंभीर मामलों का खुलासा, दिल्ली से आरोपियों की गिरफ्तारी
खूंटी : झारखंड के खूंटी जिले में मानव तस्करी और यौन शोषण से संबंधित तीन गंभीर मामलों का खुलासा हुआ है। खूंटी की जिला पुलिस ने एसपी अमन कुमार के निर्देश पर दिल्ली में कई ठिकानों पर छापेमारी कर एक नाबालिग को मुक्त कराया है, जिसे तीन बार बेचा गया था और सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। इसके साथ ही 27 साल पहले तस्करी की गई एक महिला को बरामद कर संबंधित आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है।
सामूहिक दुष्कर्म व मानव तस्करी में आरोपी गिरफ्तार – कांड संख्या 3/25
एएचटीयू थाना कांड संख्या 3/25 में दर्ज मामले के अनुसार, एक नाबालिग लड़की को अनिल शर्मा नामक व्यक्ति झांसा देकर दिल्ली ले गया था, जहां उसे इंदल पंडित नामक तस्कर को बेच दिया गया। इंदल ने नाबालिग को आगे संतोष नामक व्यक्ति को बेच दिया।
पीड़िता ने बताया कि संतोष और उसके अन्य साथियों ने उसके साथ बार-बार सामूहिक दुष्कर्म किया। एक साल तक घरेलू कार्य कराने के बावजूद उसे कोई भुगतान नहीं किया गया। किसी तरह वह खूंटी वापस पहुंची और महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी इंदल पंडित को दिल्ली से गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वायरल वीडियो से हुआ खुलासा, दूसरी नाबालिग को गुड़गांव से छुड़ाया गया
एएचटीयू थाना कांड संख्या 1/25 में कर्रा निवासी एक महिला तस्कर ने एक नाबालिग लड़की को दिल्ली में बेच दिया था। यह मामला तब सामने आया, जब पीड़िता का आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। खूंटी पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए जांच प्रारंभ की। पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली, लेकिन बाद में तस्कर के आत्मसमर्पण के बाद पुलिस ने गुड़गांव थाना क्षेत्र से पीड़िता को बरामद कर लिया। यह घटना मानव तस्करी के लगातार बढ़ते खतरे को उजागर करती है।
27 साल पुराने मानव तस्करी मामले में आरोपी गिरफ्तार – कांड संख्या 2/25
एएचटीयू थाना कांड संख्या 2/25 में पीड़िता के भाई की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी। उसमें आरोप था कि 27 साल पहले रनिया थाना क्षेत्र निवासी मंगल डहगा नामक तस्कर ने उसकी बहन को दिल्ली में बेच दिया था। दो महीने पूर्व पुलिस ने महिला को दिल्ली से बरामद किया और अब आरोपी मंगल डहगा को दिल्ली के बुधनगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कार्रवाई से दशकों पुरानी पीड़ा का अंत हुआ।
डीएसपी ने की पुष्टि, शेल्टर होम में रखी गई नाबालिग
मुख्यालय डीएसपी अखिल नीतीश कुजूर ने बताया कि खूंटी एसपी को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर महिला थाना प्रभारी सह एएचटीयू प्रभारी फुलमनी टोप्पो के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम में पुलिस अवर निरीक्षक आरती कुमारी और सहायक अवर निरीक्षक रमजानुल हक सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। पुलिस टीम ने दिल्ली में कई ठिकानों पर छापेमारी कर तीनों मामलों में सफलता पाई। पोक्सो एक्ट के तहत नामजद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा और मुक्त कराई गई नाबालिग को फिलहाल शेल्टर होम में रखा गया है।