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किंग चार्ल्स करेंगे भारत का दौरा, PM मोदी ने जताई मेजबानी की इच्छा

इस यात्रा की प्लानिंग तब शुरू हुई, जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला को भारत आने का न्योता दिया।

by Reeta Rai Sagar
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सेंट्रल डेस्क : ब्रिटेन के किंग चार्ल्स तृतीय जल्द ही भारत दौरे पर आ सकते हैं। यूके मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, अगले वर्ष किंग चार्ल्स तृतीय और क्वीन कैमिला भारत की आधिकारिक यात्रा पर आ सकते हैं। गद्दी संभालने के बाद यह ब्रिटेन के किंग की पहली आधिकारिक यात्रा होगी।

पीएम मोदी ने जताई इच्छा

ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा इस आधिकारिक यात्रा को बेहद सकारात्मक तौर पर देखा जा रहा है। इसी साल किंग चार्ल्स कैंसर जैसी भयावह बीमारी से डायग्नोस हुए थे। खबरों के अनुसार, इस यात्रा की प्लानिंग तब शुरू हुई, जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला को भारत आने का न्योता दिया। दरअसल इससे पहले भी किंग चार्ल्स की भारत यात्रा कैंसिल हो गई थी।

ब्रिटिश विदेश कार्यालय के अधिकारियों द्वारा किंग की आधिकारिक यात्रा के लिए भारत सहित संभावित मेजबान देशों के साथ चर्चा शुरू की गई है। रिपोर्टस में कहा जा रहा है कि शाही परिवार की पिछली यात्रा रद्द होने के बाद पीएम मोदी ने उनके स्वागत की इच्छा व्यक्त की थी।

ब्रिटेन के लिए इस यात्रा का सांस्कृतिक महत्व

एक रॉयल अधिकारी ने अपने बयान में कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप का दौरा जल्द ही होने वाला है, जो कि विश्व मंच पर ब्रिटेन के लिए बहुत बड़ा राजनीतिक और सांस्कृतिक महत्व वाला होगा। ऐसे समय में किंग और क्वीन ही अंबेसडर की भूमिका में होंगे। इस यात्रा के दौरान पाकिस्तान औऱ बांग्लादेश भी एक पड़ाव हो सकता है।

वेलनेस रिट्रीट में किया था स्टे

सितंबर, 2022 की यात्रा के दौरान महारानी एलिजाबेथ के निधन के कारण इस दौरे को टाल दिया गया था। बता दें कि अक्टूबर में किंग चार्ल्स और क्वीन कैमिला ने बेंगलुरू की वेलनेस रिट्रीट का निजी दौरा किया था, तब उन्होंने वहां 4 दिन बिताए थे। शाही परिवार के एक ऑफिशियल द्वारा दिए गए बयान में स्पष्ट किया गया कि बेंगलुरू में किसी भी स्वास्थ्य कारणों से नहीं रूका गया था, बल्कि राष्ट्रमंडल शासन अध्यक्षों की बैठक के लिए समोआ से लौटते हुए आराम करने के लिए किंग और क्वीन यहां रूके थे।

अगले साल की विदेश यात्रा पर विचार

गौरतलब है कि कैंसर से पीड़ित होने के बाद शाही परिवार द्वारा 25-26 अक्टूबर को राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन उनकी पहली बड़ी विदेश यात्रा थी। बकिंघम पैलेस की ओर से इस साल फरवरी में किंग चार्ल्स के कैंसर से पीड़ित होने की खबर को सार्वजनिक किया था। किंग के प्रवक्ता का कहना है कि उनका इलाज बहुत अच्छा चल रहा है और इसी के मद्देनजर वे अगले साल एक विदेशी दौरे पर विचार कर रहे हैं।

इससे पहले शाही घराने की ओर से 2019 में दंपती ने भारत की आधिकारिक यात्रा की थी। इस दौरान जलवायु परिवर्तन, स्थिरता और सोशल फाइनेंस जैसे मसलों पर चर्चा हुई थी।

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