

Jamshedpur (Jharkhand) : कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University) की एकेडमिक काउंसिल की गुरुवार को हुई बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। इनमें पीएचडी एडमिशन फीस में बढ़ोतरी और जमशेदपुर के को-ऑपरेटिव कॉलेज में एमबीए की पढ़ाई शुरू करने की मंजूरी मुख्य रही। बैठक की अध्यक्षता कुलपति ने की।

पीएचडी फीस में हुई दोगुनी बढ़ोतरी
काउंसिल ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा 2022 के तहत चयनित अभ्यर्थियों के लिए एनरॉलमेंट, कोर्सवर्क और एडमिशन फीस को मंजूरी दे दी है। नए निर्णय के अनुसार, पीएचडी एनरॉलमेंट और कोर्सवर्क फीस अब 10,000 रुपये कर दी गई है। विश्वविद्यालय ने कहा है कि छात्र यह राशि 5-5 हजार रुपये की दो किस्तों में छह महीने या कोर्सवर्क के अंदर जमा कर सकते हैं।

हालांकि, इस फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्रों में नाराजगी है। उनका कहना है कि पहले एनरॉलमेंट फीस 5,000 रुपये थी, जिसे 100 प्रतिशत बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है। छात्रों के अनुसार, यह फैसला छात्र हित में नहीं है।

को-ऑपरेटिव कॉलेज में अब MBA की पढ़ाई
बैठक में जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में इसी सत्र से एमबीए (MBA) की पढ़ाई शुरू करने को भी हरी झंडी दी गई। यहां कुल 30 सीटों पर एडमिशन लिया जाएगा। छात्रों को प्रति सेमेस्टर 25,000 रुपये फीस देनी होगी। एमबीए में नामांकन की प्रक्रिया सितंबर माह में शुरू हो जाएगी। इसके साथ ही, को-ऑपरेटिव कॉलेज शहर का दूसरा अंगीभूत कॉलेज बन गया है, जहां एमबीए की पढ़ाई होगी। इससे पहले केवल वर्कर्स कॉलेज में यह कोर्स संचालित हो रहा था।
अगले सत्र से पांच नए वोकेशनल कोर्स
काउंसिल ने को-ऑपरेटिव कॉलेज में अगले सत्र से पांच नए वोकेशनल कोर्स शुरू करने पर भी सहमति जताई। इन कोर्सेस में दाखिला अगले साल से शुरू होगा। इन नए कोर्सेस में मास कम्युनिकेशन, इंवायरमेंटल बायोलॉजी एंड वाटर मैनेजमेंट, फिजिकल एजुकेशन, बायो टेक्नोलॉजी और लाइब्रेरी साइंस एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी शामिल हैं। इन कोर्सेस की फीस एडमिशन से पहले तय की जाएगी।
स्थायी शिक्षकों वाले कॉलेजों में शुरू होगी पीजी की पढ़ाई
बैठक में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि जिन कॉलेजों में स्थायी शिक्षक उपलब्ध हैं, वहां उनके विषय को देखते हुए पीजी (PG) की पढ़ाई शुरू की जाएगी। इसके लिए कॉलेजवार शिक्षकों के अनुपात को देखते हुए एक सूची तैयार की जाएगी। जिन कॉलेजों में शिक्षक होने के बावजूद पीजी की पढ़ाई नहीं हो रही है, वहां छात्रों की मांग को देखते हुए इसे शुरू करने पर विचार किया जाएगा।
