Jamshedpur (Jharkhand) : कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University) के सिंडिकेट सदस्य सोनू ठाकुर (Sonu Thakur) ने शनिवार को रांची में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा (BJP) प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. रविंद्र कुमार राय से मुलाकात की। इस शिष्टाचार मुलाकात के दौरान उन्होंने दोनों नेताओं को विश्वविद्यालय से जुड़ी कई गंभीर समस्याओं से अवगत कराया और उनसे इन मुद्दों को विधानसभा के मौजूदा मानसून सत्र में उठाने का आग्रह किया।
पाठ्यक्रम से लेकर छात्र संघ चुनाव तक, गंभीर मुद्दों से कराया अवगत
सोनू ठाकुर ने बताया कि उन्होंने श्री मरांडी और डॉ. राय को सर्वप्रथम विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम, परीक्षा और रिजल्ट की घोषणा में हो रही देरी की समस्या से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस विलंब से छात्रों का भविष्य प्रभावित हो रहा है। इसके साथ ही, उन्होंने एक और महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया कि राज्यभर के विश्वविद्यालयों में वर्षों से छात्र संघ चुनाव नहीं हुए हैं, जिससे छात्रों को अपनी बात रखने का मंच नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने नेताओं से आग्रह किया कि विश्वविद्यालय को राजनीतिकरण से बचाने के लिए झारखंड राज्य विश्वविद्यालय विधेयक-2025 का मानसून सत्र में पुरजोर विरोध किया जाए।
कई समस्याओं पर चर्चा
- विश्वविद्यालयों में शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारियों और इंफ्रास्ट्रक्चर की भारी कमी।
- संसाधनों की कमी के कारण न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन में आ रही परेशानी।
- सेल्फ फाइनेंस पाठ्यक्रमों के शिक्षकों की वेतन वृद्धि का मामला।
- छात्रों का दूसरे राज्यों में पलायन।
- विश्वविद्यालय में सीनेट एवं सिंडिकेट की बैठक नियमित नहीं होना।
- लंबे समय से विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों की पदोन्नति लंबित रहना।
- नीड बेस्ड शिक्षकों के नियमितीकरण की मांग।
- RUSA फंड के दुरुपयोग की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग।
सोनू ठाकुर ने कहा कि उन्होंने दोनों नेताओं से इन सभी मुद्दों को विधानसभा में उठाने और राजभवन की ओर से त्वरित कार्रवाई के लिए प्रयास करने का आग्रह किया है। इस दौरान भाजपा प्रदेश शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सह कोयलांचल विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य डॉ. राजीव कुमार भी उपस्थित थे, जिन्होंने भी अपनी ओर से विश्वविद्यालयों की समस्याओं को रखा। उन्होंने बताया कि बाबूलाल मरांडी जी ने सभी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए, उनके समाधान के लिए उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया है।