प्रयागराज : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में करोड़ों की तादाद में भीड़ एकत्र हो रही है। प्रशासन के अलर्ट के बावजूद कई हादसों की भी खबरें आ रही हैं। प्रयागराज के साथ-साथ प्रशासन ने वाराणसी और अयोध्या के लिए भी अलर्ट जारी किए हैं। दोनों ही जगहों पर मंदिर में दर्शन के समय को लेकर बदलाव किए गए हैं। वाराणसी के ‘काशी विश्वनाथ मंदिर’ और अयोध्या के ‘राम जन्मभूमि मंदिर’ में भक्तों के लिए दर्शन का समय बढ़ा दिया गया है।
गंगा आरती का समय 1 घंटा से बदलकर 10 मिनट का
2 फरवरी, बसंत पंचमी को अमृत स्नान के मौके पर प्रयागराज समेत वाराणसी और अयोध्या में भारी भीड़ एकत्रित होने के आसार है। हालांकि प्रमुख घाटों पर होने वाली गंगा आरती के समय के समय को घटा दिया गया है। आरती के समय को 1 घंटे से घटाकर 10 मिनट कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने गंगा आरती के समय के साथ-साथ मंदिरों में दर्शन के समय को लेकर बदलाव किए हैं।
रोजाना पहुंच रहे 30-40 लाख श्रद्धालु
वाराणसी के पुलिस कमीश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि ‘वाराणसी में श्रद्धालुओं की संख्या अब रोजाना 30-40 लाख पहुंच गई है, जो महाकुंभ की वजह से है। दूसरे राज्यों से तीर्थयात्रियों का हुजूम वाराणसी पहुंच रहा है। कई श्रद्धालु महाकुंभ में आने से पहले ये योजना बनाकर आते हैं कि कुंभ के साथ-साथ वे वाराणसी, मिर्जापुर, अयोध्या और चित्रकूट में भी दर्शन कर लेंगें’।
मंदिर में बढ़ाया गया आरती का समय
आगे पुलिस कमिश्नर ने बताया कि ‘काशी विश्वनाथ मंदिर में नियमित दर्शन का समय सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक है, जिसमें सुबह 3 बजे “मंगला आरती” भी शामिल है। भीड़ को कम करने के लिए मंदिर में अब दर्शन का समय सुबह 4 बजे से रात 1 बजे तक कर दिया गया है’।
कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि हर शाम घाटों पर होने वाली ‘गंगा आरती’ का समय अब एक घंटे की जगह 10 मिनट के लिए कर दिया गया है. ये आरती अब सिर्फ प्रतीकात्मक रूप से 10 मिनट के लिए होगी।
अयोध्या में भी दर्शन के समय में किया गया बदलाव
भीड़ को देखते हुए अयोध्या के रामलला मंदिर में भी दर्शन के समय को लेकर बदलाव किए गए हैं।
अयोध्या के डिवीजनल कमिश्नर गौरव दयाल ने कहा, ‘श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रामलला मंदिर में दर्शन का समय बढ़ा दिया गया है। आम दिनों में भक्तों के लिए दर्शन का समय सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक होता है, लेकिन अब यह सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक है’।
आस-पास के लोग 15-20 दिनों तक न आएं अयोध्या
आगे उन्होंने कहा कि पहले मंदिर में प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 70-80 हजार थी, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 3 से 4 लाख हो गई है। लेकिन, अगर हम अयोध्या में रोजाना आने वाले कुल श्रद्धालुओं की बात करें तो यह संख्या अब 10-15 लाख तक पहुंच गई है। मंदिर ट्रस्ट ने एक बयान जारी कर आसपास के जिलों के लोगों से अनुरोध किया है कि वे अगले 15-20 दिनों तक अयोध्या न आएं, ताकि दूसरे राज्यों के तीर्थयात्रियों को परेशानी से इतर दर्शन करने का मौका मिल सके।