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Basti News : रिश्वत लेते रंगे हाथों लेखपाल गिरफ्तार, संघ ने थाने का किया घेराव

by Rakesh Pandey
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बस्ती : उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सदर तहसील के लेखपाल वेद प्रकाश दुबे को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह घटना बस्ती जिले के बहादुरपुर ब्लॉक के अगई भगाड़ गांव में घटी, जहां एक किसान ने अपने ज़मीन संबंधी मामले को लेकर लेखपाल से संपर्क किया था। किसान का आरोप था कि लेखपाल ने उसके काम को जल्द निपटाने के लिए रिश्वत की मांग की थी।

किसान के मुताबिक, उसे कई महीनों से लेखपाल द्वारा दौड़ाया जा रहा था और उसकी समस्या का समाधान करने के लिए लगातार टाला जा रहा था। इस तंग आकर, किसान ने अंततः एंटी करप्शन टीम से शिकायत की और उनके सामने अपनी परेशानी रखी। किसान का आरोप था कि लेखपाल ने उसे काम कराने के बदले रिश्वत की मांग की थी।

किसान की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने एक छापेमारी की योजना बनाई और बृहस्पतिवार दोपहर 11:30 बजे लेखपाल वेद प्रकाश दुबे को सदर तहसील परिसर में रंगे हाथ पकड़ा। एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल के पास से रिश्वत की रकम बरामद की, जिसे उसने किसान से लिया था।

हालांकि, इस कार्रवाई के बाद लेखपाल संघ ने विरोध जताया और आरोप लगाया कि एंटी करप्शन टीम ने जानबूझकर कार्रवाई करते हुए जमीन पर पड़े पैसे को जबरदस्ती लेखपाल की जेब में डाल दिया था। संघ ने इसे एक साजिश के रूप में देखा और लेखपाल के खिलाफ की गई कार्रवाई पर सवाल उठाए। संघ के सदस्य नाराज हो गए और उन्होंने थाने का घेराव किया, जिसमें लेखपाल की गिरफ्तारी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया।

लेखपाल संघ का कहना था कि यह पूरी कार्रवाई बिना किसी ठोस आधार के की गई और वेद प्रकाश दुबे को फंसाने के लिए यह कदम उठाया गया। संघ ने चेतावनी दी कि यदि लेखपाल के खिलाफ की गई कार्रवाई वापस नहीं ली जाती है, तो वे आंदोलन तेज करेंगे और इस मुद्दे को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन करेंगे।

फिलहाल, एंटी करप्शन टीम ने वेद प्रकाश दुबे को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है, और यह साफ है कि इस घटना ने न केवल लेखपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को उजागर किया, बल्कि सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार से संबंधित गंभीर सवाल भी खड़े किए हैं।

आगे चलकर यह देखना होगा कि इस मामले में क्या-क्या कार्रवाई होती है और लेखपाल संघ के विरोध का क्या परिणाम होता है। वहीं, प्रशासन की ओर से इस घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है, और जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

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