प्रयागराज : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भी सुबह से ही एक्टिव नजर आए। बीते सभी अमृत स्नान और स्नान पर्व की तरह मुख्यमंत्री सुबह 4 बजे से ही व्यवस्थाओं को देखने के लिए कंट्रोल रूम पहुंच गए। गोरखपुर प्रवास के चलते उनके लिए गोरखनाथ मंदिर में ही कंट्रोल रूम स्थापित किया गया, जहां वह स्नान पर्व पर पल-पल की मॉनीटरिंग करते नजर आए।
टीवी पर उन्होंने श्रद्धालुओं के स्नान की एक-एक फीड को लाइव देखा और कंट्रोल रूम से ही आला अधिकारियों को निर्देशित किया। सीएम योगी के निर्देश पर समस्त आला अधिकारी भी मुस्तैद नजर आए और सुबह से ही उन्होंने भी मोर्चा संभाल लिया। इससे पूर्व सीएम योगी ने बसंत पंचमी और माघ पूर्णिमा अमृत स्नान के अवसर पर भी प्रातः से वार रूम में अधिकारियों के साथ बैठक की थी और मॉनिटरिंग कर रहे थे।
सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ध्यान
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान करने पहुंचे थे, इसलिए मुख्यमंत्री योगी ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को और भी सख्त किया जाए। वह लगातार प्रशासन की व्यवस्थाओं पर नजर रखते हुए इस बात को सुनिश्चित कर रहे थे कि स्नान के दौरान किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से यातायात प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार के ट्रैफिक जाम या अन्य समस्याओं का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी घाटों पर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएं और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सभी सुरक्षा इंतजाम किए जाएं।
अधिकारियों को दिए गए सख्त निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे सभी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करें और श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाओं का पूरा ध्यान रखें। इसके अलावा, उन्होंने प्रशासन की तत्परता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों से लगातार संपर्क में रहते हुए मौके पर ही सुधारात्मक कदम उठाने को कहा।
इसके पहले भी मुख्यमंत्री ने बसंत पंचमी और माघ पूर्णिमा के दिन अमृत स्नान के अवसर पर भी वार रूम में बैठकर अधिकारियों के साथ बैठक की थी और पूरे महाकुंभ आयोजन की निरंतर मॉनिटरिंग की थी। इस बार भी उन्होंने पूरे आयोजन को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए अधिकारियों को आदेश दिए हैं।
महाशिवरात्रि का महत्व और महाकुंभ का समापन
महाशिवरात्रि का पर्व विशेष रूप से भगवान शिव के पूजन के लिए माना जाता है और इस दिन के साथ ही महाकुंभ का समापन होता है। इस बार के महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और इस पावन अवसर पर सभी व्यवस्थाएं बेहतर हो, यह सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पूरी टीम को सक्रिय किया।
इस दौरान उन्होंने राज्य के सभी प्रशासनिक विभागों को निर्देश दिए कि वे पूरी तैयारी के साथ अपने कार्यों में जुटे रहें, ताकि महाकुंभ का समापन और महाशिवरात्रि का पर्व पूरी श्रद्धा और सुरक्षा के साथ संपन्न हो सके।
महाशिवरात्रि के इस पवित्र दिन और महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पैनी नजर रखकर यह सुनिश्चित किया कि इस महापर्व में श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न आए। उनकी सक्रिय निगरानी से यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और करोड़ों (लगभग 60 करोड़) श्रद्धालुओं ने इस विशेष अवसर का लाभ उठाया।
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