

RANCHI: रांची जिला प्रशासन द्वारा महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से “मंईयां सम्मान से स्वावलंबन” कार्यक्रम का व्यापक आयोजन किया गया। उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देश पर जिले के सभी प्रखंडों में 1078 प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम की शुरुआत सामूहिक प्रार्थना और बाल विवाह मुक्त समाज की शपथ के साथ हुई।

इसके बाद महिलाओं को आय सृजन से जुड़ी गतिविधियों जैसे बकरी पालन, मुर्गी पालन, बतख पालन, सूकर पालन और अंडा उत्पादन को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह योजना केवल सम्मान राशि तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे आजीविका सशक्तिकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता से जोड़ा गया है।

1016 ग्राम संगठनों की सक्रिय भूमिका
इस अभियान में जिले के 64 सामुदायिक स्तरीय संघ और 1016 ग्राम संगठनों ने सक्रिय भूमिका निभाई। कुल 53,690 स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाओं ने इन कार्यक्रमों में भाग लिया। महिलाओं से बड़ी संख्या में आवेदन भी प्राप्त हुए, जिनमें बकरी पालन हेतु 10,212, मुर्गी पालन हेतु 23,623, बतख पालन हेतु 9,745, सूकर पालन हेतु 565 और अंडा उत्पादन हेतु 469 आवेदन शामिल हैं।

इसके साथ ही, DDU-GKY के तहत 973 उम्मीदवारों का पंजीकरण किया गया जबकि RSETI के लिए 1,191 नए उम्मीदवारों को जोड़ा गया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को न केवल आत्मनिर्भर बनाना है बल्कि उन्हें समाज में नेतृत्वकारी भूमिका निभाने योग्य बनाना भी है। जिला प्रशासन ने संकल्प लिया कि सरकार की योजनाओं को हर महिला तक पहुंचाकर उन्हें सशक्त और स्वावलंबी बनाया जाएगा।
