प्रयागराज : पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़े में वापस लौट आईं हैं और महामंडलेश्वर का पद भी स्वीकार कर लिया है। 10 फरवरी को उन्होंने विवादों के बाद महामंडलेश्वर के पद से इस्तीफा दिया था, जिसे किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने स्वीकार नहीं किया।
इस्तीफा देने के दौरान ममता कुलकर्णी ने कहा था, ‘मैं महामंडलेश्वर यामाई ममता नंदगिरी, इस पद से इस्तीफा दे रही हूं। किन्नर अखाड़े में इस पद को लेकर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। मैं पिछले 25 साल से साध्वी हूं और साध्वी ही रहूंगी’। उन्होंने यह भी कहा कि महामंडलेश्वर का पद उस सम्मान जैसा था, जैसे किसी को तैराकी सिखाने के लिए उसे स्विमिंग की जानकारी देने वाले को कहा जाए। इससे कई लोग आपत्ति जता रहे थे।
अजय दास ने किया था पद से निष्कासित
किंतु किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने ममता कुलकर्णी को पद से निष्कासित कर दिया था। इसके बाद लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी आचार्य महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया गया। त्रिपाठी ने इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अजय दास को अखाड़े से 2017 में ही निकाल दिया गया था और वे उन्हें पद से हटाने का अधिकार नहीं रखते थे।