Jamshedpur (Jharkhand) : उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन (MAHE) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी को इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (IoE) का प्रतिष्ठित दर्जा मिला है। इसके साथ ही, नीति आयोग द्वारा जारी NIRF इंडिया रैंकिंग 2025 में MAHE ने विश्वविद्यालय श्रेणी में शीर्ष तीन में जगह बनाई है। यह पहली बार है कि किसी निजी संस्थान ने यह कीर्तिमान स्थापित किया है। यह जानकारी मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज की प्रवक्ता प्रियंका सिंघल ने दी।
उन्होंने बताया कि NIRF 2025 रैंकिंग में MAHE का तीसरा स्थान 2024 की चौथी रैंक से एक महत्वपूर्ण सुधार है। यह उपलब्धि संस्थान के उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन, खासकर अनुसंधान के क्षेत्र में, का परिणाम है। संस्थान के कई घटक कॉलेजों ने भी अपनी-अपनी श्रेणियों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
वैश्विक पहचान और अत्याधुनिक सुविधाएं
प्रियंका सिंघल ने बताया कि 1953 में पहले स्व-वित्तपोषित मेडिकल कॉलेज के रूप में शुरू हुआ, MAHE 1993 में डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी बना। अक्टूबर 2020 में इसे ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ का दर्जा मिला। आज, MAHE में 60 से अधिक देशों के 35,000 से अधिक छात्र पढ़ते हैं। संस्थान अपने अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे के लिए जाना जाता है, जिसमें सिमुलेशन लैब, इनोवेशन सेंटर, एशिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य विज्ञान पुस्तकालय और दुनिया के बेहतरीन एनाटॉमी संग्रहालयों में से एक शामिल है।
MAHE के भारत में मैंगलोर, बेंगलुरु, और जमशेदपुर में ऑफ-कैंपस हैं, जबकि दुबई (यूएई) में एक ऑफ-शोर कैंपस है। जमशेदपुर परिसर में चिकित्सा और संबद्ध स्वास्थ्य कार्यक्रम उपलब्ध हैं। छह दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, मणिपाल ग्रुप भारत और विदेशों में 300 से अधिक शैक्षणिक कार्यक्रम प्रदान करता है।