लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए दावा किया कि कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘बी टीम’ बनकर लड़ा। यह बयान मायावती ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हाल ही में दिए गए बयान के बाद दिया, जिसमें राहुल गांधी ने मायावती से भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर चुनाव लड़ने की अपील की थी।
राहुल गांधी ने 20 फरवरी को रायबरेली में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि उन्हें इस बात की निराशा है कि मायावती ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा विरोधी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल होने से मना कर दिया। राहुल ने कहा, ‘अगर तीनों पार्टियां एकजुट होतीं तो भाजपा कभी नहीं जीत पाती’।
राहुल गांधी की इस टिप्पणी के बाद मायावती ने जवाब देते हुए कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, ‘कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव भाजपा की बी टीम बनकर लड़ा, और यही आम चर्चा है। इस कारण भाजपा वहां सत्ता में आ गई’।
कांग्रेस का चुनावी प्रदर्शन और मायावती की प्रतिक्रिया
मायावती ने कांग्रेस के दिल्ली चुनावी प्रदर्शन को लेकर तंज कसा और कहा कि अगर कांग्रेस इस तरह भाजपा की सहायक पार्टी के रूप में काम नहीं करती, तो उसका प्रदर्शन और भी बेहतर होता। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस का इतना बुरा हाल हुआ कि वह अपने ज्यादातर उम्मीदवारों की जमानत भी नहीं बचा पाई’।
मायावती ने आगे कहा कि कांग्रेस के सर्वेसर्वा राहुल गांधी को दूसरों पर अंगुली उठाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। उन्होंने राहुल गांधी को सलाह दी कि “किसी भी मामले में आरोप लगाने से पहले कांग्रेस के अपने कृत्यों पर भी विचार करना चाहिए, क्योंकि यह बेहतर होगा।
भाजपा को भी दी मायावती ने सलाह
मायावती ने अपने अगले पोस्ट में भाजपा को भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बनी नई भाजपा सरकार को अपने चुनावी वादों को समय से पूरा करने की चुनौती है, क्योंकि अगर भाजपा अपने वादों को पूरा नहीं करती, तो उसका हाल भी कांग्रेस जैसा हो सकता है।
‘अगर भाजपा समय पर अपने चुनावी वादों को पूरा नहीं करती है, तो उसका राजनीतिक भविष्य भी कांग्रेस जैसा बुरा हो सकता है’, मायावती ने अपनी पोस्ट में कहा। उन्होंने इस बात को भी जोड़ा कि भाजपा को अपनी सरकार की ओर से किए गए वादों को पूरा करना होगा, ताकि जनता का विश्वास बना रहे।
कांग्रेस और बसपा के बीच तकरार
राहुल गांधी के बयान और मायावती के जवाब से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस और बसपा के बीच अभी भी गंभीर राजनीतिक मतभेद हैं। मायावती ने पहले भी कई बार कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं कि वह भाजपा के साथ पर्दे के पीछे गठजोड़ करती है। वहीं राहुल गांधी ने भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट होने की अपील की थी, लेकिन मायावती का कहना है कि कांग्रेस खुद अपनी राजनीति को मजबूत करने में नाकाम रही है, और अब वह बसपा पर आरोप लगा रही है।
कांग्रेस और बसपा के बीच की यह तकरार आगामी चुनावों में और भी जोर पकड़ सकती है, जहां दोनों पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगी।