रांची : रांची के सिरमटोली में बन रहे फ्लाईओवर को लेकर आदिवासी कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने रविवार को निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने फ्लाईओवर के विभिन्न पहलुओं को लेकर निर्माण कर रही कंपनी एल एंड टी के अधिकारियों से चर्चा की। मंत्री ने खासकर सरना धर्मस्थल की पवित्रता बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरना स्थल आदिवासी समाज की आस्था और परंपरा का प्रतीक है। यहां पर वर्षों से धार्मिक अनुष्ठान होते आए हैं। अगर फ्लाईओवर की ऊंचाई कम रखी गई तो श्रद्धालुओं को कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। वहीं दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ जाएगी। उन्होंने फ्लाईओवर की ऊंचाई बढ़ाने की मांग की, ताकि भविष्य में कोई भी दुर्घटना न हो।
सभ्यता और संस्कृति को जीवित रखना जरूरी
उन्होंने सिरमटोली के स्थानीय लोगों के साथ बैठक में यह भी कहा कि आदिवासी सभ्यता और संस्कृति को जीवित रखना जरूरी है। आधुनिक विकास के साथ-साथ हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आम जनता और धार्मिक आस्था को कोई नुकसान न पहुंचे। उन्होंने यह भी बताया कि सरना स्थल हमारी आस्था का प्रतीक है और इसे किसी भी हालत में प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।
फ्लाईओवर के डिजाइन में बदलाव
एल एंड टी कंपनी ने बताया कि फ्लाईओवर के नए डिजाइन को तैयार किया जा रहा है, जिसे मंजूरी मिलने में 15 दिन का समय लगेगा। कंपनी ने आश्वासन दिया कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए समाधान निकाला जाएगा। मौके पर खिजरी विधायक राजेश कच्छप समेत अन्य स्थानीय नेता भी उपस्थित थे।