Jamshedpur News : झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले में ‘मिशन उत्थान’ के तहत प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य है – जिले में रहने वाले विशेष रूप से संवेदनशील जनजाति समूहों (PVTGs) की पहचान कर उन्हें सरकार की योजनाओं से जोड़ना और समाज की मुख्यधारा में शामिल करना।
उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के मार्गदर्शन में यह सर्वे कार्य बोड़ाम, धालभूमगढ़ और बहरागोड़ा प्रखंड के 45 गांवों में पूर्ण हो चुका है, जहां 827 PVTG परिवारों से सीधा संपर्क स्थापित किया गया। पूरे जिले में कुल 5024 परिवारों के सर्वे का लक्ष्य रखा गया है।
जमीन से जुड़कर जान रहे ज़रूरतें
सर्वेक्षण दल प्रत्येक परिवार के पास पहुंचकर यह जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं कि उन्हें किन सरकारी योजनाओं का लाभ अब तक मिला है और उन्हें किन अन्य सुविधाओं की आवश्यकता है। इसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, आवास, आय-सृजन और सामाजिक सुरक्षा जैसी बुनियादी जरूरतों को चिह्नित किया जा रहा है।
डेटा आधारित कार्य योजना बनेगी
सभी परिवारों का समेकित डाटा तैयार किया जा रहा है, ताकि आवश्यकता के अनुरूप उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा सके। इस प्रयास का प्रमुख उद्देश्य PVTG समुदायों को सशक्त बनाना, उनकी आजीविका में सुधार लाना और जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है।
जनभागीदारी और विभागीय समन्वय से नया मॉडल
इस अभियान को जनसहयोग, विभागीय समन्वय और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ संचालित किया जा रहा है। प्रशासन का मानना है कि इस पहल से न सिर्फ इन समुदायों का उत्थान होगा, बल्कि झारखंड में एक समावेशी विकास मॉडल भी विकसित होगा।