हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर में बरसाती बीमारियां कहर मचा रही है। यहां तक की अब जानलेवा साबित भी होने लगी है। बीते मंगलवार को जमशेदपुर के गोविंदपुर स्थित रामपुर में एक 12 साल की बच्ची की मौत जॉन्डिस (पीलिया) से हो गई। इससे उस क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है। हालांकि, इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम विशेष शिविर लगातार मरीजों की जांच कर रही है। मृतक बच्ची का इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल में चल रहा था। मृतक के पिता संजय कुमार ने बताया कि बीते एक सप्ताह से बच्ची को बुखार आ रहा था। इसके बाद एक नजदीकी डॉक्टर को दिखाया लेकिन उसकी स्थिति बिगड़ते गई। इसके बाद बीते सोमवार को उसे टाटा मोटर्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर मंगलवार को इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई।
काम करना बंद कर दिया था बच्ची का लिवर
जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डा. असद ने बताया कि बच्ची की मौत एक्यूट लिवर फेलियर से हुई है। उसका लिवर काम करना बंद कर दिया था। बच्ची हेपेटाइटिस-ए व जॉन्डिस से पीड़ित थी, जिससे उसका लिवर काम करना बंद कर दिया था। हेपेटाइटिस-ए व जॉन्डिस दोनों लिवर पर गहरा प्रभाव डालता है। महामारी रोग विशेषज्ञ डा. असद कहते हैं कि बरसात के दिनों में बरसाती बीमारियां काफी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में सभी को सावधान व जागरूक होने की जरूरत है। चूंकि, एक साथ कई तरह की बीमारियां फैली हुई है। जॉन्डिस दूषित खानपान की वजह से होती है। ऐसे में फिलहाल बाहर के खान-पान से बचना है। घर का खाना ही खाएं।
40 मरीजों में मिला डेंगू के लक्षण
पूर्वी सिंहभूम जिले में डेंगू मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शनिवार को जिले में डेंगू के 40 संदिग्ध मरीज मिले। ये मरीज शहर के विभिन्न क्षेत्रों के रहने वाले हैं। जिला सर्विलांस विभाग ने सभी मरीजों का नमूना लेकर जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कालेज भेजा है। रिपोर्ट अगले दो दिनों के अंदर आने की संभावना है। इन मरीजों का इलाज गुरुनानक हास्पिटल, टीएमएच, ब्रह्मानंद, टाटा मोटर्स अस्पताल, टिनप्लेट सहित अन्य अस्पतालों में चल रहा है। चाकुलिया में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग भी चिंतित है। जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डा. असद ने कहा कि जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 150 से अधिक हो गई है। ऐसे में लोगों को विशेष रूप से सावधान होने की जरूरत है।
ये बीमारी तेजी से फैल रही
– डेंगू : यह एक गंभीर बीमारी है, जो मच्छरों के काटने से होती है। यह एडीज नामक मच्छर के काटने से होता है।
– चिकनगुनिया : यह एक वायरल बुखार है, जो संक्रमित मच्छरों के काटने से होता है। इसमें अचानक बुखार, जोड़ों में दर्द व शरीर पर चकत्ते होते हैं।
– टाइफाइड : यह बीमारी काफी खतरनाक माना जाता है। इसमें शरीर का तापमान बढ़ने के साथ उल्टी, पेट दर्द होता है।
– डायरिया : डायरिया के मरीज काफी बढ़ गए हैं। इसमें पेट दर्द, दस्त, उल्टी, बुखार सहित अन्य समस्या होती है।
– सामान्य वायरल बुखार : इसके मरीज सबसे अधिक अस्पताल पहुंच रहे हैं। इसमें तेज बुखार व शरीर में दर्द होता है।
– जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) : इसके मरीज भी बढ़ रहे हैं। क्यूलेक्स मादा मच्छर के काटने से होता है। यह तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। इसका लक्षण तेज बुखार, शरीर में जकड़न, चमकी व ऐंठन हैं।
– प्लाजमोडियम फाल्सिपेरम (खतरनाक मलेरिया) : रोजाना तीन से चार मरीज सामने आ रहे हैं। मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है। इसके लक्षण में तेज बुखार, ठंड लगना, जोड़ों में दर्द, उल्टी सहित अन्य शामिल हैं।
– हेपेटाइटिस-ए व इ : दूषित खानपान की वजह से यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है। इसमें तेज बुखार, पेट दर्द, थकावट आदि इसके लक्षण हैं।