धनबाद : मैथन पावर लिमिटेड (एमपीएल) में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने भत्ते में इजाफा, साप्ताहिक छुट्टी के भुगतान और पदोन्नति समेत कई मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकाल के लिए कार्य का बहिष्कार शुरू कर दिया है। सुरक्षा कर्मी प्लांट के अंदर ही धरने पर हैं। उनके काम बंद करने से प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था पर असर पड़ा है।
सुरक्षा कर्मियों का कहना है कि एमपीएल के अधीन काम कर रही अन्य कंपनियां अपने कर्मचारियों को हर महीने खास भत्ते के रूप में 4000 रुपये का भुगतान कर रही हैं। जबकि, सुरक्षा कर्मियों को पिछले लगभग पांच सालों से सिर्फ 1200 रुपये का भत्ता मिलता है और अभी तक उसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है।
सुरक्षा कर्मियों के मुताबिक 11 और 12 सितंबर को भी उन्होंने काम का बहिष्कार किया था। उस दौरान एमपीएल प्रबंधन और सुरक्षा पदाधिकारियों ने लिखित रूप से भरोसा दिलाया था कि उनकी मांगों का समाधान 10 अक्टूबर तक कर दिया जाएगा। लेकिन, एक माह बीत जाने के बाद न तो बातचीत हुई और न ही भत्ता बढ़ाया गया।
सुरक्षा कर्मियों ने कहा कि अन्य कंपनियों में सप्ताह में एक अवकाश होता है और उस अवकाश का भुगतान भी किया जाता है, जबकि एमपीएल में साप्ताहिक अवकाश के दिन की तनख्वाह काट ली जाती है। लगभग दस वर्षों से काम करने के बावजूद सुरक्षा कर्मियों को पदोन्नति भी नहीं दी गई है। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, धरना और बहिष्कार जारी रहेगा। इस आंदोलन का नेतृत्व लखी मोदी, सुरजीत राय, मनोज राणा, तफज्जुल हुसैन, इंद्रजीत तिवारी और दीपक दास कर रहे हैं।

