नई दिल्ली/Iran attack Israel: ईरान ने 300 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और ड्रोन के साथ इजरायल पर बड़ा हमला बोला। हालांकि, इनमें से 99 प्रतिशत को इजरायल ने एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से हवा में ही मार गिराया गया। ईरानी हमले को रोकने में इजरायल की मदद अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के साथ ही पड़ोसी मुस्लिम देश जॉर्डन ने भी की।
अब ईरानी हमले के बाद इजरायल क्या प्रतिक्रिया देगा, सारी दुनिया की नजर इस पर है। इजरायल के प्रमुख राजनेताओं के बीच रविवार को इस बात पर चर्चा होती रही कि ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद इजरायल का अगला कदम क्या होना चाहिए।
वहीं, इजरायल और ईरान के बीच भड़के संघर्ष के चलते विमानन सेक्टर में उथल-पुथल मच गई है। कई एयरलाइन्स ने एक दिन पहले ही जंग के खतरे के चलते ईरान के एयरस्पेस की बजाय लंबे रुट लेना शुरू कर दिया था। अब देश की बड़ी विमानन कंपनी एयर इंडिया ने इजरायल की वित्तीय राजधानी तेलअवीव के लिए उड़ान बंद कर दी है।
यह फैसला शनिवार को भड़के संघर्ष के चलते लिया गया। एयर इंडिया ने पिछले महीने ही तेलअवीव के इस शहर के लिए उड़ान दोबारा शुरू की थी। यह उड़ान 7 अक्टूबर को हमास पर इजरायल के हमले के बाद से ही बंद थी। अब इसे फिर से अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है।
Iran attack Israel: ईरान को इजरायल देगा करारा जवाब
तेलअवीव के नेताओं के बयानों से साफ है कि ईरान को इजरायल जवाब देगा। ईरान ने पहले ही कहा है कि ऐसा हुआ तो अगली बार वो और बड़ा हमला करेगा। इसका मतलब है कि इजरायल का अगला कदम मध्य पूर्व में जंग शुरू कर देगा। ऐसे में अमेरिका और उसके सहयोगी क्या बचे रह सकते हैं।
खासतौर पर जब अमेरिका ने पहले ही इजरायल को आगाह किया है कि वह ईरान के खिलाफ इजरायल की अगली कार्रवाई में साथ नहीं देगा। राष्ट्रपति बाइडन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक स्पष्ट संदेश भेजा है। ईरान के हमले को विफल कर दिया गया है। इजरायल की जीत हुई है, इसलिए ईरानी धरती पर सीधा सैन्य हमला करके इस और बढ़ाने की जरूरत नहीं है।
जो बाइडन ने जी-7 देशों की बैठक बुलाई है, जिसकी भूमिका इस समय महत्वपूर्ण हो जाती है। जी7 का काम इस क्षेत्र को एक हानिकारक व्यापक संघर्ष में प्रवेश करने से रोकना होगा। यदि इजरायल राष्ट्रपति बाइडन की पलटवार न करने की सलाह मानता है तो मध्य पूर्व राहत की सांस ले सकता है। यह किसी भी तरह से निश्चित नहीं है कि यह इस खतरनाक प्रकरण का अंत है।
Iran attack Israel: इजरायल के सभी नेता की अलग राय
इजरायल में सभी नेता ईरान को हमले को लेकर एकमत नहीं हैं। यूनाइटेड राइट पार्टी के नेता एमके गिदोन सार ने एक्स पर लिखा, पिछली रात की प्रभावशाली सफलता के बाद रणनीतिक धैर्य अपनाना आवश्यक है। इजरायल को जल्दबाजी में प्रतिक्रिया देने और अपनी निर्धारित प्राथमिकताओं को बाधित करने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने कहा कि अब ध्यान गाजा में जीत पर लौटने, हमास को उखाड़ फेंकने और बंधकों को मुक्त कराने पर होना चाहिए। यही सही और बुद्धिमानी वाली बात है। ईरान का समय आएगा।
वहीं, विपक्षी नेता येर लैपिड ने कहा कि आईडीएफ मजबूत है रक्षा उद्योग मजबूत है, लोग मजबूत हैं। इजरायल को आज भी 133 बंधकों को जल्द से जल्द उनके घरों में वापस करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। विपक्षी लेबर पार्टी के नेता,मेरव मिखाइली ने तर्क दिया कि इजरायल को ईरान के हमले से प्राप्त सहानुभूति का उपयोग हमास के साथ बंधक बनाए गए 133 लोगों को वापस करने के लिए समझौता करने में करना चाहिए।
Read also:-bविदेश में एक और Indian Student की गई जान, अब कनाडा में गोली मारकर हत्या