रांची : भारत की सांस्कृतिक धरोहर और जनजातीय समुदायों की अद्वितीय पहचान को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय जतरा महोत्सव 31 जनवरी को रांची के मोरहाबादी में आयोजित किया जाएगा। इस महोत्सव के आयोजन की तैयारियों को लेकर राष्ट्रीय जतरा केंद्रीय समिति ने एक बैठक आयोजित की, जिसमें महोत्सव के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
महोत्सव का मुख्य आकर्षण
समिति की महासचिव नीलम बिरूली ने बताया कि इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण विभिन्न राज्यों के पारंपरिक नृत्य और संगीत होंगे, जो भारत की विविध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करेंगे। इसके अलावा, हस्तशिल्प प्रदर्शनियां और क्षेत्रीय व्यंजन भी इस महोत्सव का अहम हिस्सा होंगे, जो दर्शकों को भारतीय संस्कृति के विविध रंगों से रूबरू कराएंगे।
आयोजन को सफल बनाने के लिए जुटे हैं विभिन्न लोग
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए कई प्रमुख लोग, जैसे शीतल तिर्की, माला कुजूर, अमित तिर्की, हरीश मुंडा, बादल मुंडा, दीपक तिर्की, विशाल मुंडा, आशीष मुंडा, दीपराज बेदिया, और अन्य कई लोग जुटे हुए हैं। इन सभी का उद्देश्य इस महोत्सव को भव्य और सफल बनाना है, ताकि भारत की सांस्कृतिक विविधता और जनजातीय समुदायों की परंपराओं को सही तरीके से दुनिया के सामने लाया जा सके।
एक सांस्कृतिक महापर्व की तैयारी
राष्ट्रीय जतरा महोत्सव भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और जनजातीय समुदायों की पहचान को उजागर करने का एक बेहतरीन मंच है। यह महोत्सव न केवल रांची बल्कि पूरे झारखंड और भारत की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाने का अवसर प्रदान करेगा।