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Jharkhand Protest On Wakf : 15 मिनट के लिए अंधेरे में डूबेंगे मुसलमानों के मकान, चलेगा बत्ती गुल अभियान, जानें क्यों

by Mujtaba Haider Rizvi
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Jamshedpur : देश भर में मुसलमानों के लिए 30 अप्रैल का दिन बड़ा अहम होने जा रहा है। इस दिन मुसलमानों के मकान अंधेरे में डूब जाएंगे। यह मकान 15 मिनट तक अंधेरे में डूबे रहेंगे। इस दौरान मकान में न कोई बल्ब जलेगा और ना ही कोई चिराग। कहीं रोशनी का नामोनिशान नहीं होगा। ऐसा बुधवार को होने जा रहा है। आप सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों होने जा रहा है। तो आइए बताते हैं इसकी वजह।

देश भर के लिए आया है आदेश


नए वक्फ कानून 2025 के विरोध में 30 अप्रैल को एक अनोखा अभियान चलाने का एलान किया गया है। यह बत्ती गुल अभियान है। इसमें कहा जा रहा है कि सभी मुसलमान अपने अपने मकानों और प्रतिष्ठानों की बत्ती गुल कर देंगे। यह आदेश देश भर के मुसलमानों के लिए जारी किया गया है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, कश्मीर, झारखंड, बंगाल समेत देश भर में इसके लिए जोर शोर से प्रचार प्रसार शुरू है। लोगों को वाट्स एप पर मैसेज भेजे गए हैं। मुहल्लों में एलान भी किया गया है।

कब करनी है बत्ती गुल


ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुसलमानों से कहा है कि वह 30 अप्रैल को इस अभियान में शामिल होंगे। लोगों से कहा गया है कि वह 15 मिनट के लिए अपने मकानों की बत्ती गुल कर देंगे। इस दिन लोग रात 9 बजे से 9: 15 बजे तक अपने मकानों की बत्ती गुल कर देंगे।

नए वक्फ कानून का हो रहा है विरोध

नए वक्फ कानून के विरोध में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने विरोध का बिगुल फूंक दिया है। इस बार विरोध का जिम्मा ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड का है। बोर्ड ने देश भर में विरोध का खाका तैयार कर लिया है।

जमशेदपुर में होगी पहली सभा

बोर्ड की तरफ से एक मई को गांधी मैदान में होने वाली सभा में देश भर से महान हस्तियां शामिल हो ही रही हैं। इनमें अजमेर शरीफ के गद्दी नशीन सैयद सरवर चिश्ती भी इस सभा में शिरकत करेंगे। सभा के संयोजक रियाज शरीफ बताते हैं कि इस सभा में कई मुस्लिम सांसद आ रहे हैं। इनमें कश्मीर के श्रीनगर के सांसद आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी, सहारानपुर के सांसद इमरान मसूद, कैराना की सांसद इकरा हसन के अलावा कई सांसद आ रहे हैं।

क्या हैं नए वक्फ कानून को लेकर एतराज


वक्फ की जमीन यानि दान की जमीन। कोई भी मुसलमान अपनी इच्छा से धर्म के कामों के लिए अपनी जमीन दान कर देता है। इस दान की जमीन की देखरेख के लिए ही वक्फ बोर्ड बनाया गया है। नए वक्फ बिल आने से पहले तक वक्फ बोर्ड में जमीन की देखरेख के लिए एक सरकारी अधिकारी तैनात होता था। अब इसके लिए सरकार नया कानून लाई है जिसका विरोध हो रहा है। वक्फ बाय यूजर की जमीन को लेकर हुए प्रावधनों पर मुसलमानों का खास एतराज है। यह वक्फ बाय यूजर क्या है आइए समझते हैं। वक्फ बाय यूजर की वजह जमीनें हैं जिन्हें पुराने जमाने में बादशाहों ने धर्म के काम के लिए दी हैं। इनका कागजात नहीं है। नए वक्फ कानून के अनुसार अब इन जमीनों का कागज भी दिखाना है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सन लॉ बोर्ड कहता है कि इस जमीन का कागज कहां से दिखाएंगे।

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