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नया साल स्टील उद्योग के लिए रहेगा चुनौतीपूर्ण : टीवी नरेंद्रन

एमडी ने कहा कि फिलहाल स्टील इंडस्ट्री की स्थिति ठीक नहीं है। बावजूद इसके शहरवासियों को कंपनी की ओर से जो सुविधाएं मिल रही हैं, वह मिलती रहेंगी।

by Birendra Ojha
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  • टाटा स्टील के ग्लोबल सीईओ सह एमडी ने कहा-चीन भी घाटे में बेच रहा उत्पाद

जमशेदपुर : टाटा स्टील के ग्लोबल सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि नया साल स्टील उद्योग के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। यह स्थिति पिछले दो साल से बनी हुई है, जिससे मुनाफा लगातार घट रहा है। एक साल में 15 हजार रुपये दाम कम हुआ है। यह ग्लोबल चुनौती है।

हालांकि कंपनी इस तरह की चुनौती वर्ष 2015-16, 2008 और 1990 में भी फेस कर चुकी है। सबका साथ व सहयोग होने पर इस चुनौती से भी निकल जाएं‌गे। वे बुधवार को कंपनी की ओर से सेंटर फॉर एक्सीलेंस में आयोजित नए साल के केक कटिंग समारोह के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।


एमडी ने कहा कि इन चुनौतियों से निपटने के लिए यूके, यूरोप, कनाडा जैसे विकसित देश सक्रिय हो गए हैं। हम भी केंद्र सरकार से इन चुनौतियों से निपटने के लिए सेफ गार्ड ड्यूटी, कस्टम ड्यूटी में रियायत देने की मांग किए हैं। उम्मीद है सरकार इस पर सकारात्मक पहल करेगी और स्थिति संभल जाएगी। हालांकि इसमें थोड़ा समय लग सकता है।

एक सवाल के जवाब में एमडी ने कहा कि स्टील उद्योग में चुनौती इसलिए है, क्योंकि अभी चाइना की स्थिति ठीक नहीं है। इसलिए वह अपना इस्पात भारत समेत पूरी दुनिया में घाटे में भेज रहा है। देश की आधारभूत संरचना के लगातार विकास होने से कुल उत्पादन का 8 प्रतिशत खपत देश में हो रहा है। एमडी ने कहा कि देश में 40-50 हजार करोड़ साल स्टील में निवेश होता है, जिससे उत्पाद में वैल्यू एड होने के साथ साथ नौकरियों के भी नए अवसर बनते हैं।

जमशेदपुर प्लांट में हो रहा दुनिया का सर्वाधिक उत्पादन

एक सवाल के जवाब में एमडी ने कहा कि जमशेदपुर प्लांट 1700 एकड़ में फैला हुआ है, जहां 11 एमटी स्टील का उत्पादन हो रहा है। यह दुनियाभर में सर्वाधिक है। प्लांट की जितनी क्षमता है, उसका उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में समय के साथ प्लांट का अपग्रेडेशन हो रहा है, जिससे उत्पादन में थोड़ी बहुत बढ़ोतरी हो सकती है। अब प्लांट के एक्सपैंशन नहीं होगा। लेकिन कंपनी डाउनस्ट्रीम जैसे कंबी प्लांट, तार कंपनी, टिनप्लेट समेत अन्य प्लांटों में जरूरत के अनुसार निवेश बढ़ाएगी।

शहरवासियों को मिलती रहेंगी सुविधाएं

एमडी ने कहा कि फिलहाल स्टील इंडस्ट्री की स्थिति ठीक नहीं है। बावजूद इसके शहरवासियों को कंपनी की ओर से जो सुविधाएं मिल रही हैं, वह मिलती रहेंगी। जरूरत होने पर जो आवश्यक होगा, कंपनी उसे भी करेगी। कंपनी अधिकारी व कर्मचारियों की सुविधा में हो रही कटौती के बारे में पूछे गए सवाल पर एमडी ने कहा कि कंपनी के अधिकारी, कर्मचारी और यूनियन को स्थिति मालूम है। शहरवासी भी इस स्थिति को समझें, हम सभी की अपेक्षाओं पर खरा उतरे हैं और आगे भी खरा उतरेंगे। एक सवाल के जवाब में एमडी ने कहा कि सुरक्षा के मामले में देश दुनिया के अन्य प्लांटों की तुलना में जमशेदपुर प्लांट ठीक है, पर इसे और ठीक करने की जरूरत है। यह तभी संभव है जब सभी लोग अपनी जिम्मेदारी समझें तथा ईमानदारी से नियमों का पालन करें।

झारखंड दुनिया का एक मात्र प्रदेश जहां सभी माइंस

एमडी ने कहा कि झारखंड दुनिया का एक मात्र प्रदेश है, जहां सभी तरह के माइंस हैं। यह स्टील के साथ-साथ ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए भी अनुकूल है। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर कंपनी नए प्रोजेक्ट के साथ झारखंड के विकास में और क्या कर सकती है, इस पर विचार विमर्श चल रहा है। सही समय व अनुकूल परिस्थिति होने पर कंपनी इस दिशा में पहल करेगी। एक सवाल के जवाब में एमडी ने कहा कि कंपनी के कलिंगानगर प्लांट में दुनिया का सबसे बड़ा ब्लास्ट फर्नेस लगा है, जिसमें 4 हजार कर्मचारी 8 एमटी स्टील का उत्पादन कर रहे हैं।

झारखंड-ओडिशा में ज्यादा काम हो रहा : चाणक्य चौधरी

कंपनी के वीपी-सीएस चाणक्य चौधरी ने कहा कि कंपनी की उपस्थिति झारखंड व ओडिशा के अलावा पंजाब व हरियाणा में भी है, लेकिन नागरिकों की सुविधा झारखंड व ओडिशा में सबसे अधिक है। 117 साल के इस शहर को चलाने में प्रशासन व शहरवासियों का पूरा सहयोग मिला है। अभी देश के साथ शहर की आबादी भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में हम शहरवासियों से भी उम्मीद करते हैं कि नागरिक सुविधाओं का बेहतर इस्तेमाल हो। साथ ही पर्यावरण मुक्त शहर बनाने में सहयोग करें। जमशेदपुर शहर यूनिक है और आपके सहयोग से आगे भी रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 1991 में उदारीकरण के दौरान भी इस तरह का दौर आया था, लेकिन डॉ. जेजे ईरानी के लीडरशिप में मुस्तैदी से चुनौतियों सामना कर इस मुकाम पर हैं। इससे पहले एमडी, वीपी सीएस और आरएन शर्मा ने नए साल का केक काटा।

इनकी उपस्थिति रही उल्लेखनीय

इस मौके पर यूनियन अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी, महामंत्री सतीश कुमार सिंह, सहायक सचिव नितेश राज, कोषाध्यक्ष आमोद दूबे, उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम, पूर्व अध्यक्ष पीएन सिंह, आर रवि प्रसाद, रघुनाथ पांडेय, चैंबर के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, पूर्व अध्यक्ष एके श्रीवास्तव, बी. चंद्रशेखर समेत शहर के अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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