Jamshedpur : एनएच-33 पर बन रहे एलिवेटेड कॉरिडोर को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मानगो में तीन किलोमीटर की दूरी में दोनों तरफ कुल छह रैम्प बनाने की योजना है। कहा जा रहा है कि ऐसा हुआ तो एनएच 33 पर सड़क के दोनों तरफ जो बाजार है वह प्रभावित हो सकता है। रैंप की वजह से नीचे सड़क पर वाहनों का आवागन प्रभावित होने की बात कही जा रही है। लोगों ने कई बार इसकी शिकायत एनएचएआई से की है। मगर, एनएचएआई का कहना है कि रैंप बनने से कोई दिक्कत नहीं है। मगर, अब इलाके के लोग आंदोलन के मूड में हैं। लोगों का कहना है कि एनएचएआई ने अगर एलीवेटेड कॉरीडोर की डिजाइन सार्वजनिक नहीं की तो आंदोलन किया जाएगा।
लोगों का कहना है कि रैंप बनने से से सैकड़ों लोगों की आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि रैम्प के सामने पड़ने वाले घर और व्यापारिक प्रतिष्ठान का रास्ता इतना संकरा हो जाएगा कि लोग न तो वाहन खड़ा कर पाएंगे और न ही आसानी से व्यापार चला सकेंगे।
बताया जा रहा है कि पारडीह से डिमना चौक तक बन रहे इन रैम्प की लंबाई लगभग 500 मीटर होगी और इन्हें तीन स्थानों पर
- सहाय क्लीनिक के पास
- रिपीट कॉलोनी के पास
- बालीगुमा के ठीक पहले
दोनों तरफ बनाया जा रहा है।
लोगों का कहना है कि एलीवेटेड कॉरीडोर की डिजाइन देखकर वे लोग हैरान हैं।लोगों का आरोप है कि असली जमीन की चौड़ाई और संभावित नुकसान को पूरी तरह अनदेखा किया गया है। इस मामले में पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से हस्तक्षेप की मांग की जा रही है।

