हेल्थ डेस्क, जमशेदपुर : झारखंड के जमशेदपुर में डेंगू कहर बरपा रहा है। मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गया है। अब नौ माह की एक गर्भवती की मौत हो गई है। 26 वर्षीय सोनारी निवासी महिला की तबीयत खराब होने पर उसे टाटा मेन अस्पताल (टीएमएच) में भर्ती कराया गया। इस दौरान महिला में डेंगू के सारे लक्षण मौजूद थे, जिसकी जांच की गई तो डेंगू की पुष्टि हुई। इलाज के क्रम में मंगलवार को महिला की मौत हो गई। महिला नौ माह की गर्भवती थी। उसका प्रसव का समय भी लगभग पूरा हो गया था। गर्भवती को डेंगू के अलावा कोई दूसरी बीमारी नहीं थी।
जमशेदपुर में अबतक छह की मौत
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जमशेदपुर व उसके आस-पास के क्षेत्रों में डेंगू से अबतक छह लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें बच्चे से लेकर बड़े व बुजुर्ग तक शामिल हैं। हालांकि, इसके रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। जांच में तेजी आई है। जबकि इलाज की व्यवस्था भी बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है।
मरीजों की संख्या बढ़कर 758 हुई
जमशेदपुर में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मंगलवार को डेंगू के 36 नए मरीज मिले। अबतक कुल 5955 सैंपल की जांच हुई है। इसमें 758 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यानी उनमें डेंगू की पुष्टि हुई है। वर्तमान में 290 मरीजों का इलाज जमशेदपुर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। इसमें 12 की स्थिति गंभीर है, जिन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है। वहीं, 278 मरीजों को सामान्य वार्डों में भर्ती किया गया है। मंगलवार को 109 मरीज स्वस्थ हुए।
डेंगू के लक्षण को नहीं करें नजरअंदाज
सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी ने कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। हर किसी को जागरूक व सतर्क होने की आवश्यकता है। खासकर गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से सतर्क होने की जरूरत है। उनमें अगर किसी तरह के भी लक्षण मिले तो उसे नजरअंदाज नहीं करें। जांच कराएं।
दो जगहों पर हो रही जांच
जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से परसुडीह स्थित सदर अस्पताल व साकची स्थित एमजीएम अस्पताल में डेंगू जांच की व्यवस्था की गई है। यहां पर नि:शुल्क जांच होती है। वहीं, इलाज भी नि:शुल्क है। अगर कोई पैसा मांगता है तो उसकी शिकायत वरीय पदाधिकारी से करें। चूंकि, अभी डेंगू के नाम पर दलाली भी शुरू हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग की जांच अभियान जारी
इधर, स्वास्थ्य विभाग की जांच अभियान जारी है। टीम लगातार विभिन्न निजी नर्सिंग होमों व पैथोलॉजी सेंटरों की जांच कर रही है। मंगलवार को मानगो क्षेत्र के कई नर्सिंग होम व पैथोलॉजी सेंटर की जांच की गई। इसमें डिमना चौक स्थित स्मृति सेवा सदन, मानगो स्थित गुरुनानक नर्सिंग होम व डिमना रोड स्थित महिला पैथोलॉजी सेंटर शामिल है। टीम में जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ. ए मित्रा, जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डा. असद, मलेरिया इंस्पेक्टर श्रवण कुमार शामिल थे।
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टीम क्या कर रही जांच
आपके मन में सवाल आता होगा कि टीम आखिर क्या जांच कर रही है। तो आपको बता दें कि अभी डेंगू के नाम पर निजी नर्सिंग होमों व पैथोलॉजी सेंटरों द्वारा मनमानी राशि वसूली जा रही है। कहीं पर 800 रुपये तो कहीं पर एक हजार व 1200 रुपये लिए जा रहे हैं। जबकि जिला प्रशासन ने डेंगू के कार्ड टेस्ट की रेट 300 रुपये लेने का निर्देश दिया है। ऐसे में जांच की जा रही है कि कहां पर कितने रुपये लिए जा रहे हैं। इसके अलावा निजी नर्सिंग होमों में डेंगू मरीजों की इलाज कैसे हो रही है, इसकी जांच भी की जा रही है। खासकर मरीजों को मच्छरदानी दिया गया है या नहीं, इसे भी देखा जा रहा है।