जमशेदपुर : झारखंड की औद्योगिक राजधानी जमशेदपुर में एक कालोनी के लोग इस वर्ष शारदीय नवरात्र की पूजा नहीं कर रहे हैं। गत वर्ष की तरह किसी भी घर में कलश स्थापना नहीं हुई है। आइए जानते हैं पूरा मामला…
मानगो की नित्यानंद कॉलोनी में बजबजा रही नाली और सड़क पर बह रहे गंदे पानी के कारण हिंदू बहुल क्षेत्र होने के बावजूद किसी घर में नवरात्र का पाठ नहीं हो रहा है। गंदगी के कारण लोगों ने अपने घर में देवी की आराधना करने के लिए कलश स्थापना नहीं की। मोहल्ले में रहने वाली उषा गोस्वामी ने भाजपा नेता विकास सिंह को दूरभाष पर मामले की जानकारी देते हुए कालोनी में बुलाकर बताया कि आगामी 16 सितंबर से नित्यानंद कॉलोनी का नाला पूरी तरह गंदगी से भर गया है।
कूड़े के ढेर से पूरा मोहल्ला बजबजा रहा है नाले का पूरा गंदा पानी बीच सड़क पर बह रहा है। बदबू के मारे लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। ऐसे में लोग कैसे कलश स्थापना कर दुर्गा मां की स्तुति करेंगे। इसीलिए लोगों ने इस बार अपने घर में मां का पाठ नहीं रखा है। स्थानीय लोगों ने इस नरक भरी दास्तां की लिखित शिकायत दर्जनों बार मानगो नगर निगम में की है, लेकिन नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं हुई। गंदगी के कारण लोगों ने इस बार अपने घर में देवी की आराधना करने के लिए कलश स्थापना नहीं की, घर में लोगों ने मां भगवती का पाठ भी नहीं रखा है। मजबूरन लोगों को मंदिर की ओर रुख करना पड़ा।
नारकीय जीवन जी रहे लोग : विकास सिंह
मौके पर पहुंचे भाजपा नेता विकास सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर निगम के अधिकारी को जानकारी देते हुए बताया कि गुलाम भारत में भी स्थिति इतनी बदतर नहीं थी। जनप्रतिनिधि के उदासीन रवैये का खामियाजा आम जनमानस को भुगतना पड़ रहा है। विकास सिंह ने कहा कि नगर निगम द्वारा मुख्य सड़क की सफाई सही तरीके से नहीं की जा रही है, जिससे मोहल्ले और गली की साफ सफाई की उम्मीद लोगों ने छोड़ दी है। स्थानीय लोगों का विरोध इस बात पर भी था कि पांच वर्ष बीत गए स्थानीय विधायक बन्ना गुप्ता क्षेत्र में एक बार भी झांकने तक नहीं आए। लोगों ने बना गुप्ता के खिलाफ जमकर नारे लगाए। स्थानीय लोगों ने तय किया की नारकीय जिंदगी से अगर जल्द छुटकारा नहीं मिला तो जल्द दरभंगा डायरी के पास स्थानीय लोग तंबू लगाकर आमरण अनशन करेंगे।
इनकी भी रही उपस्थिति
इस मौके पर विकास सिंह के साथ देवाशीष कुमार, प्रदीप महापात्र, अनीता साहू, पूजा गोराई, रूपा चक्रवर्ती, सरस्वती गोराई, मधु गोराई, लकीमनी गोराई, मोनाली पाणिग्रही, उषा गोस्वामी, संपूर्ण सिंह, गायत्री सीट, भंगी देवी, रेखा प्रमाणिक, रेखा साहू सहित कई स्थानीय लोग मौजूद थे।