- सातवें वेतनमान और एसीपी लागू करने की मांग पर आंदोलन
जमशेदपुर : झारखंड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर राज्य के कर्मचारियों ने 15 और 16 जनवरी को सामूहिक अवकाश लेकर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया। महासंघ के महामंत्री विश्वम्भर यादव के नेतृत्व में यह प्रदर्शन पूरी तरह सफल रहा। श्री यादव ने बताया कि यह सामूहिक अवकाश पुलिस प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ उठाया गया।
मांगें : वेतनमान, एसीपी और सेवानिवृत्ति आयु सीमा
कर्मचारियों की प्रमुख मांगें सातवें वेतनमान के तहत वेतन निर्धारण, एसीपी और एमएसीपी लागू करना और सेवानिवृत्ति की आयु सीमा को 62 वर्ष करना हैं। श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन की अनदेखी के कारण कर्मचारी मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाने पर मजबूर हुए हैं।
अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
महासंघ के महामंत्री ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कर्मचारियों की मांगों पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया, तो सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इसका सीधा असर राज्य के शैक्षणिक संस्थानों की कार्यप्रणाली पर पड़ेगा, और इसकी जिम्मेदारी सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
सामूहिक अवकाश को कर्मचारियों का समर्थन
राज्य के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों के अध्यक्ष, सचिव और सभी कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश को सफल बनाया। श्री यादव ने इस एकजुटता की सराहना करते हुए इसे आगे आंदोलन को नई दिशा देने वाला कदम बताया।