चक्रधरपुर : ओडिशा के बिसरा में ओडिशा पुलिस ने झारखंड के पूर्व पीएलएफआई उग्रवादी को एनकाउंटर में गोली मारकर धर दबोचा है। इसके साथ ही उसका एक साथी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। गिरफ्तार दोनों अपराधी का नाम ब्यास लखुआ और अमित टोपनो है। बताया जाता है कि दोनों अपराधी झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत आनंदपुर प्रखंड के बेड़ातुलुंडा गांव के रहने वाले हैं, जो पहले पीएलएफआई उग्रवादी संगठन में थे। इसमें से ब्यास लखुआ की पहचान हार्डकोर उग्रवादी के रूप में ज्यादा थी, वह शार्प शूटर भी है।
दरअसल, ओडिशा के राउरकेला पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ब्यास लखुआ झारखंड और ओडिशा सीमा क्षेत्र में हथियार के साथ घूम रहा है। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए राउरकेला पुलिस बिसरा थाना क्षेत्र स्थित अक्षयशिला के पास पहुंची तो वहां ब्यास लखुआ एक स्कॉर्पियो कार में अपने साथी अमित टोपनो के साथ मौजूद था। जब ब्यास लखुआ को पकड़ने के लिए पुलिस आगे बढ़ी, तब ब्यास लखुआ ने पुलिस पर गोली चला दी। इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा और जवाबी कार्रवाई करते हुए ब्यास लखुआ पर फायरिंग की।
इस जवाबी कार्यवाही में ब्यास लखुआ के दाहिने पैर में गोली लगी। इसके बाद वह भाग नहीं पाया और पुलिस ने उसे दबोच लिया। हालांकि, इस अफरातफरी में उसके साथ मौजूद अमित टोपनो मौके से भाग निकलने में सफल रहा। पुलिस ने घटनास्थल से एक देसी पिस्टल, मैगजीन, खोखा व स्कॉर्पियो कार सहित अन्य सामग्री जब्त की है। पुलिस की गोली से घायल ब्यास लखुआ को पुलिस ने इलाज के लिए सबसे राउरकेला सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज जारी है। अस्पताल के चारों तरफ पुलिस का सख्त पहरा लगा दिया गया है। पुलिस ने बाद में छापेमारी कर उसके साथी अमित टोपनो को भी गिरफ्तार कर लिया।
घटना के बाद राउरकेला पुलिस ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर इस मुठभेड़ की जानकारी मीडिया से साझा की, जिसमें राउरकेला डीआईजी बृजेश राय और एसपी नितेश वाधवानी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि दोनों अपराधियों पर ओडिशा के बिसरा और झारखंड के आनंदपुर व मनोहरपुर थाना में कुल 7 मामले दर्ज हैं। इसमें से ब्यास लखुआ पर 4 और अमित टोपनो पर 3 मामले दर्ज हैं। इन दोनों अपराधियों पर मुख्य रूप से हत्या, रंगदारी, लूटपाट, बालू की अवैध तस्करी जैसे मामले दर्ज हैं। ब्यास लखुआ पर बिसरा थाना अंतर्गत बगडेगा साप्ताहिक बाजार में 6 मार्च 2018 को दिनदहाड़े धान व्यवसायी हरिदर्शन साहू की गोली मार कर हत्या करने का भी आरोप है। ब्यास लखुआ हाल ही में एक गोलीकांड मामले में चार साल की सजा काटकर जेल से बाहर निकला था। 

 
														
 
	