ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम भीषण ट्रेन हादसा हुआ। इस हादसे में मृतकों की संख्या 238 पहुंच चुकी है। 900 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं। साउथ इस्टर्न रेलवे ने तकरीबन 650 लोगों को अस्पतालों में भर्ती करवाया है। इस हादसे की समीक्षा के लिए पीएम मोदी ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। राहत-बचाव काम के लिए सेना को उतार दिया गया है। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायलों से भी मुलाकात की। तमिलनाडु और ओडिशा में शनिवार को एक दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है।
- एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने बताया कि NDRF की 9 टीमें मौके पर तैनात हैं। घटना के सवा घंटे के अंदर हमारी पहली टीम वहां पहुंच गई थी। बचाव अभियान में 300 से ज्यादा लोग लगे हुए हैं।
- ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि अब तक 238 लोगों की मृत्यु हुई है, लगभग 900 लोग घायल हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है।
- केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता घायलों को अस्पताल में भर्ती कराना है। हाई लेवल जांच कमेटी का गठन किया गया है।
- स्वस्थ होने की कामना की है।
- यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ओडिशा ट्रेन हादसे में कई लोगों की मृत्यु हुई। जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है उनके लिए मैं संवेदना व्यक्त करता हूं।
- बालासोर ट्रेन दुर्घटना में घायल हुए लोगों से मिलने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक बालासोर जिला अस्पताल पहुंचे।
- NCP नेता अजीत पवार ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, रेल विभाग को इसकी जांच कर जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। रेलवे को यात्रियों की जान को अहमियत देनी चाहिए। पहले रेल मंत्री ऐसे रेल हादसों पर इस्तीफा दे देते थे, लेकिन अब कोई बोलने को तैयार नहीं।
- तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन, शिव शंकर और अंबिल महेश चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम मौजूदा स्थिति की जानकारी लेने के लिए वहां जा रहे हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने ओडिशा के मुख्यमंत्री से बात की है।
ऐसे हुआ हादसा
हादसा शुक्रवार की शाम करीब 7.20 बजे बालासोर के बहनगा बाजार स्टेशन के पास हुआ। रेलवे के मुताबिक, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस बहानगा स्टेशन के पास डिरेल हो गई थी। इसके कुछ डिब्बे दूसरी पटरी पर पलटे। तभी दूसरी तरफ से आ रही कोलकाता-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए। इसके बाद कोरोमंडल ट्रेन की भी कुछ बोगियां पटरी से उतर गईं। ये बोगियां दूसरे ट्रैक पर मालगाड़ी से टकरा गईं। कुछ बोगियां मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गईं। कोरोमंडल एक्सप्रेस चेन्नई के रास्ते में थी।