गोवा : भारत में ‘रामराज्य’ केवल एक धार्मिक आदर्श नहीं, बल्कि यह संस्कृति, नीति और न्याय आधारित शासन प्रणाली का प्रतीक माना जाता है। इस महान उद्देश्य की ओर एक महत्त्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए ‘सनातन राष्ट्र’ की स्थापना के लिए ‘रामराज्य संकल्प जपयज्ञ’ के माध्यम से एक करोड़ बार ‘श्रीराम नाम’ का जप फर्मागुडी-फोंडा में सनातन संस्था द्वारा आयोजित ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ में किया गया। देश-विदेश से आए 25 हज़ार से अधिक श्रद्धालुओं ने अत्यंत भावपूर्ण वातावरण में ‘श्रीराम जय राम जय जय राम’ का जप किया। इस जपयज्ञ से संपूर्ण वातावरण राममय हो गया था।
सनातन संस्था की बबीता गांगुली बताती हैं कि इस जपयज्ञ का उद्देश्य राष्ट्र को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करना, नैतिक मूल्यों की पुनः स्थापना करना और सनातन हिंदू संस्कृति का जागरण करना है। इस यज्ञ में देशभर के साधक, भक्त, धर्मप्रेमी तथा विभिन्न धार्मिक संस्थाओं ने भाग लिया। जपयज्ञ में झारखंड, बंगाल और ओडिशा राज्य के 110 साधक और धर्मप्रेमी हिंदू सहभागी हुए। इसके साथ शंखनाद महोत्सव के निमित्त गोवा में भव्य वाहन फेरी अर्थात ‘भक्ति की दिव्य यात्रा’ निकाली गई।