नई दिल्ली: जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का निर्णय लिया है। केंद्रीय सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ ठोस कार्रवाई की योजना बनाई गई है, और सिंधु जल समझौते की समीक्षा का भी निर्णय लिया गया है।
पाहलगाम आतंकी हमला
22 अप्रैल 2025 को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई थी। इस हमले के दौरान आतंकियों ने भारतीय सेना के एक काफिले को निशाना बनाया था। हमले में कई सैनिक घायल हुए हैं और सुरक्षाबलों द्वारा ऑपरेशन चलाकर आतंकियों को घेर लिया गया है।
पाकिस्तान पर कड़ा रुख अपनाने का निर्णय
पाहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी संगठनों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की योजना बनाई है। केंद्रीय सुरक्षा समिति (CCS) की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पाकिस्तान को उसकी आतंकवादी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। बैठक में यह भी चर्चा की गई कि पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सिंधु जल समझौते की समीक्षा
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और कड़ा कदम उठाते हुए सिंधु जल समझौते की समीक्षा का निर्णय लिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को औपचारिक नोटिस भेजा है, जिसमें सिंधु जल समझौते की समीक्षा करने की बात की गई है। भारत ने पाकिस्तान पर संधि के अनुच्छेद IX का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। इस नोटिस में पाकिस्तान को 90 दिनों का समय दिया गया है ताकि वह इस मुद्दे पर बातचीत शुरू कर सके।
विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “पाकिस्तान ने कहा है कि वह सद्भावना के साथ संधि को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन भारत सरकार ने इसे लेकर गंभीर कदम उठाए हैं। हम इस मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।” उन्होंने आगे कहा कि भारत सरकार पाकिस्तान से इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की उम्मीद करती है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान ने इस नोटिस को स्वीकार किया है और अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है कि वह सिंधु जल समझौते को लागू करने के लिए तैयार है। हालांकि, पाकिस्तान ने कहा है कि वह किसी भी तरह के एकतरफा फैसलों का विरोध करता है। पाकिस्तान का कहना है कि दोनों देशों को इस मुद्दे पर मिलकर बातचीत करनी चाहिए।
पाहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। पाकिस्तान के खिलाफ ठोस कार्रवाई के साथ-साथ सिंधु जल समझौते की समीक्षा करने का निर्णय भी लिया गया है। अब यह देखना होगा कि पाकिस्तान इस मुद्दे पर क्या कदम उठाता है और क्या दोनों देशों के बीच संवाद की स्थिति में सुधार होता है।