सेंट्रल डेस्क: पहलगाम के बैसरण घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई शुरू कर दी है। शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में सुरक्षा बलों ने आतंकवादी आसिफ शेख के आवास को ध्वस्त कर दिया। समाचार एजेंसी के अनुसार, आसिफ शेख को पहलगाम आतंकी हमले में संलिप्त माना जा रहा है, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी।
पहलगाम आतंकी हमला: देशभर में आक्रोश
14 अप्रैल को हुए इस आतंकी हमले में आतंकियों ने बैसरण घाटी में निहत्थे नागरिकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं, जिससे 26 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इस नृशंस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और हर स्तर पर इसकी कड़ी निंदा हो रही है।
भारत का बड़ा कदम: सिंधु जल संधि निलंबित
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा कूटनीतिक कदम उठाते हुए 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने की औपचारिक घोषणा की है। यह संधि भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु और उसकी सहायक नदियों के जल वितरण को नियंत्रित करती है। संधि का निलंबन भारत की आतंकवाद के खिलाफ कड़े रुख को दर्शाता है।
आतंकियों और समर्थकों के खिलाफ बढ़ा शिकंजा
त्राल में आतंकी के घर को गिराने की कार्रवाई को विशेषज्ञ आतंकवाद के खिलाफ चल रहे व्यापक अभियान का हिस्सा मान रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर प्रशासन अब उन सभी आतंकियों और उनके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है, जो किसी भी रूप में आतंकी गतिविधियों में संलिप्त हैं।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: शिमला समझौता व व्यापारिक संबंध सस्पेंड
भारत के इस कदम के जवाब में पाकिस्तान ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। गुरुवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपात बैठक के बाद पाकिस्तान ने 1972 का शिमला समझौता, अन्य द्विपक्षीय समझौते, भारत से सभी व्यापारिक संबंध और भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र सस्पेंड करने का फैसला लिया। इसके साथ ही पाकिस्तान ने चेतावनी दी कि अगर भारत ने सिंधु जल संधि के अंतर्गत उसके हिस्से का पानी रोका, तो इसे “युद्ध की कार्रवाई” माना जाएगा।
भारत-पाकिस्तान संबंधों में बढ़ता तनाव
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट हो गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंध एक बार फिर गंभीर तनाव के दौर में पहुंच चुके हैं। भारत द्वारा सिंधु जल संधि का निलंबन और पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाइयों से दक्षिण एशिया में कूटनीतिक माहौल और अधिक संवेदनशील हो गया है।