पाकिस्तान का क्रिकेट एक और बड़े बदलाव का अनुभव कर रहा है, क्योंकि बाबर आजम ने सीमित ओवरों (लिमिटेड ओवर) की टीमों की कप्तानी से इस्तीफे की घोषणा की है। महज़ 29 साल की उम्र में, बाबर का सफ़र उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, और उनका यह फ़ैसला पाकिस्तान क्रिकेट के लिए एक बड़ा बदलाव है।
पहले किया था बाहर
बाबर को सबसे पहले 2023 के वन डे वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उनके पद से हटा दिया गया था। थोड़े समय के बाद, उन्हें मार्च 2024 में फिर से नियुक्त किया गया, उन्होंने टीम को फिर से सफलता की ओर ले जाने की उम्मीद के साथ चुनौती स्वीकार की। हालाँकि, कप्तान के रूप में उनके दूसरे कार्यकाल की शुरुआत खराब रही, जिससे टीम की परफॉरमेंस पर कई सवाल उठने लगे।
टी20 वर्ल्ड कप में चुनौतियाँ
पाकिस्तानी टीम को टी20 विश्व कप के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिस कारण पाकिस्तानी क्रिकेट टीम जल्दी बाहर हो गयी थी। खासकर USA से मिली चौंकाने वाली हार की बहुत आलोचना हुई, क्योंकि कई लोगों का मानना था कि, यह एक आसान जीत होनी चाहिए थी। इसके अलावा, मैच के दौरान अच्छी स्थिति में होने के बावजूद राइवल टीम इंडिया से हार गई। इन असफलताओं के कारण बाबर की लीडरशिप और टीम की परफॉरमेंस की सोशल मीडिया पर आलोचना हुई।
सोशल मीडिया पर बाबर की घोषणा
बाबर ने अपनी कप्तानी छोड़ने के फैसले को सोशल मीडिया पर शेयर किया। जिसमे उन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर दिया, क्योंकि उन्हें लगा कि कप्तानी की डिमांड उनके ओवरआल परफॉरमेंस को प्रभावित कर रही है। पिछले सीज़न में, उनके प्रदर्शन आंकड़ों में काफी कमी आयी है। जिससे उन्हें एक खिलाड़ी के रूप में अपनी परफॉरमेंस को प्राथमिकता देने की इच्छा जताई।
बाबर का बयान
“कप्तान बनना एक शानदार अनुभव रहा है, लेकिन इसमें बहुत सारा अतिरिक्त काम भी शामिल है। मैं अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं, खेलने का आनंद लेना चाहता हूं और अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताना चाहता हूं, जिससे मुझे खुशी मिलती है। पद छोड़ने से, मुझे उम्मीद है कि मैं अधिक क्लैरिटी प्राप्त कर सकूंगा और अपनी एनर्जी को अपने खेल में सुधार लाने और एक व्यक्ति के रूप में विकसित होने में लगा सकूंगा।”
पाकिस्तान का क्रिकेट कैलेंडर व्यस्त है, अगले छह महीनों में ऑस्ट्रेलिया, जिम्बाब्वे और दक्षिण अफ्रीका के दौरे हैं। ये मैच महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि टीम का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिर से निर्माण करना और अपनी जगह बनाना है। बाबर के पिछले कार्यकाल के बाद, शाहीन अफरीदी को टी20 कप्तान नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्हें भी इस भूमिका से हटा दिया गया, जिससे सवाल उठने लगे कि सीमित ओवरों के लिए नया कप्तान कौन होगा।
2023 विश्व कप के बाद से टीम ने कोई वनडे नहीं खेला है, इसलिए पाकिस्तान क्रिकेट के भविष्य को लेकर फैंस और अनलिसिस्ट इस बात में गहरी दिलचस्पी रखते हैं कि इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान टीम का नेतृत्व कौन करेगा। नए कप्तान में आवश्यक गुणों के बारे में भी चर्चा चल रही है – कोई ऐसा व्यक्ति जो टीम को प्रेरित कर सके और हाई प्रेशर की स्थितियों में उनके परफॉरमेंस को बढ़ा सके।