रांची : सदर अस्पताल वैसे तो बेहतर सुविधाओं के जाना जाता है। ऐसे में मरीज भी इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।लेकिन सदर हॉस्पिटल में स्टाफ मरीजों के साथ मिसबिहेव पर उतर आए हैं। वहीं मरीजों को खरी खोटी सुनाने से भी बाज नहीं आ रहे। इतना ही नहीं देर रात एक मरीज को ड्यूटी में तैनात डॉक्टर व स्टाफ ने मरीज को इमरजेंसी से बाहर निकाल दिया। जिससे कि मरीज को पूरी रात बाहर गुजारनी पड़ी। इस मामले में मरीज ने डीएस के पास शिकायत दर्ज कराई है। वहीं डीएस डॉ बिमलेश सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हुए संबंधित डॉक्टर व स्टाफ से पूछताछ करने का निर्देश दिया है। साथ ही ये भी कहा कि डॉक्टर हो या स्टाफ सभी मरीजों के साथ ढंग से पेश आए।
क्या है पूरा मामला
अपर बाजार के रहने वाले संजय कुमार को सिर में तेज दर्द और बुखार के बाद सदर इमरजेंसी में एडमिट कराया गया। जहां उसका ड्यूटी में तैनात डॉक्टरों ने इलाज करने के बाद बेड पर शिफ्ट किया। थोड़े देर बाद डॉक्टर ने उसे स्टेबल बताया। जबकि स्टाफ ने उसे बेड खाली करने को कहा। साथ ही कहा कि कही और जाकर आराम करें। सुबह तक वह इमरजेंसी के बाहर पड़ा परिजनों ने इसकी शिकायत की तो मरीज को डॉक्टरों ने देखा और उसका टेस्ट भी कराया गया।
ये भी की गई शिकायत
मरीज के साथ आए अटेंडेंट ने बताया कि हाउस कीपिंग का स्टाफ मरीजों का रजिस्ट्रेशन कर रहा था। वहीं ड्यूटी में तैनात डॉक्टर व स्टाफ ने आई कार्ड भी नहीं लगाया था। जिससे कि उनकी पहचान हो सके। इसपर डीएस ने सभी को आई कार्ड लगाने का आदेश दिया है।