सेंट्रल डेस्कः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 27 नवंबर की एक तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमें पीएम मोदी के सुरक्षा खेमे में एक महिला एसपीजी कमांडो दिख रही है। इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस छेड़ दी है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि ऐसा पहली बार है, जब कोई महिला प्रधानमंत्री की सिक्योरिटी में शामिल है।
इस तस्वीर पर कुछ यूजर्स का दावा है कि यह महिला एसपीजी पहले भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की सिक्योरिटी टीम में थी। हांला कि यह पहली बार नहीं है, जब ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है। सात साल पहले भी पीएम की सिक्योरिटी में तैनात एक महिला कमांडो का वीडियो वायरल हुआ था।
पहले भी रह चुकी है महिला कमांडो
बता दें कि साल 2013 से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) में महिलाओं को भी शामिल किया जा रहा है, जिससे महिलाओं को भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा का हिस्सा बनने का मौका मिले। किसी महिला द्वारा किसी हाई प्रोफाइल व्यक्तित्व की सुरक्षा टीम में पहली बार 2013 में देखा गया था। तब दो महिलाओं को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर की सुरक्षा में तैनात किया गया था।
क्यों होती है पीएम के सुरक्षा खेमे में महिलाएं
पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात महिला एसपीजी कमांडो की इस तस्वीर को एक्टर से पॉलिटिशियन बनी कंगना रानौत ने भी शेयर किया है। यह तस्वीर बुधवार की है, जब पीएम पार्लियामेंट भवन की ओर जा रहे थे। इन महिला कमांडो को आमतौर पर महिला विजिटर्स की चेकिंग के लिए तैनात किया जाता है।
इसके अलावा जब भी कोई महिला अतिथि पीएम मोदी से मिलने पहुंचती है, तब महिला एसपीजी अदिकारी सुरक्षा जांच, एस्कॉर्ट व प्रधानमंत्री तक सुगम रूप से पहुंचने में मदद करती है। वर्तमान समय में एसपीजी की टीम में लगभग 100 महिला कमांडो है।
कैसे हुई थी एसपीजी की स्थापना
एसपीजी की स्थापना 1985 में की गई थी। इनकी स्थापना प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और उनके त्ताकल परिवारों को कड़ी सुरक्षा प्रदान करने के लिए की गई थी। इन एसपीजी कमांडोज को लीडरशिप, प्रोफेशनलिज्म और क्लोड प्रोटेक्शन स्किल में ट्रेन्ड किया जाता है। समय के साथ एसपीजी ने सुरक्षा के नए दृष्टिकोण अपनाए है। सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए इंटेलीजेंस ब्यूरो, राज्य व केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस बलों के साथ सहयोग के साथ काम किया जाता है।