सेंट्रल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो दिनों का अमेरिका दौरा समाप्त कर दिया है और अब वह दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। ताजा जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के वाशिंगटन से दिल्ली के लिए उड़ान भर चुके हैं। इस यात्रा के दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच विभिन्न अहम मुद्दों पर चर्चा की। पीएम मोदी के इस अमेरिकी दौरे को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने भी बयान जारी किया है।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दी जानकारी
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे को लेकर बयान देते हुए कहा कि यह यात्रा बहुत ही सार्थक रही। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री की यह यात्रा ऐतिहासिक महत्व रखती है, खासकर तब जब राष्ट्रपति ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ले चुके हैं। मिस्री ने बताया कि इस यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि भारत और अमेरिका के नेता दोनों देशों के संबंधों को कितनी प्राथमिकता देते हैं।
यह प्रधानमंत्री मोदी की राष्ट्रपति ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद पहली संयुक्त राज्य अमेरिका यात्रा थी और इसमें कई महत्वपूर्ण विषयों पर बातचीत हुई। विदेश सचिव ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क और भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी से मुलाकात की, जिसमें व्यापार और तकनीकी सहयोग पर विचार-विमर्श हुआ।
व्हाइट हाउस में 4 घंटे तक चली वार्ता
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच व्हाइट हाउस में हुई बैठक चार घंटे तक चली। इस बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया। रणनीतिक और सुरक्षा सहयोग, रक्षा, व्यापार और आर्थिक संबंधों के अलावा प्रौद्योगिकी, ऊर्जा सुरक्षा, और लोगों के बीच संपर्क को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई। इसके साथ ही दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की, जो दोनों देशों के संबंधों को और भी प्रगाढ़ बनाएगा।
बांग्लादेश और अवैध प्रवासी मुद्दे पर चर्चा
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच बांग्लादेश के हालात पर भी बातचीत हुई। पीएम मोदी ने बांग्लादेश में स्थिति को लेकर अपनी चिंता जाहिर की और बताया कि भारत इस मामले में किस प्रकार से स्थिति को सुधारने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि बांग्लादेश की स्थिति जल्द ही सुधरेगी।

