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16वें BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए PM रूस दौरे पर रवाना, कई मुद्दों पर होगी चर्चा

ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के कजान के लिए रवाना हो रहा हूं। भारत ब्रिक्स को अत्यधिक महत्व देता है और मैं विभिन्न विषयों पर व्यापक चर्चा के लिए उत्सुक हूं।

by Reeta Rai Sagar
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BRICS Summit : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को रूस में होने वाले ब्रिक्स सम्मिट के लिए रवाना होंगे। यहां वो इकोनॉमिक को-ऑपरेशन और व्यापार सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे। भारतीय एंबेसडर विनय कुमार ने ब्रिक्स के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया है। उन्होंने बताया कि इस बार के ब्रिक्स सम्मिट में भारत तीन प्रमुख एजेंडों पर चर्चा कर सकता है-

  1. आर्थिक संबंधों का विस्तार
  2. राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार
  3. सतत विकास
    अपने दौरे से पूर्व पीएम ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के कजान के लिए रवाना हो रहा हूं। भारत ब्रिक्स को अत्यधिक महत्व देता है और मैं विभिन्न विषयों पर व्यापक चर्चा के लिए उत्सुक हूं। मैं वहां विभिन्न नेताओं से मिलने के लिए भी उत्सुक हूं।

प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए गए बयान में पीएम के हवाले से बताया गया कि मैं 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रुसी संघ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर आज कजान की दो दिवसीय यात्रा के लिए प्रस्थान कर रहा हूं।

पीएम मोदी ने इस संबंध में मंगलवार को कहा कि भारत ब्रिक्स के भीतर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है, जो वैश्विक विकास एजेंडे से संबंधित कई मुद्दों पर बातचीत और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा है। नए सदस्यों के शामिल होने पर पीएम ने कहा कि पिछले साल नए सदस्यों को शामिल करने के साथ ब्रिक्स के विस्तार ने वैश्विक भलाई के लिए इसकी समावेशिता और एजेंडों को जोड़ा है।

भारतीय पीएम ने कहा कि वह सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर व्यापक चर्चा की उम्मीद करते हैं। भारत ब्रिक्स के भीतर घनिष्ठ सहयोग को महत्व देता है, जो वैश्विक विकास एजेंडा, बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं के निर्माण, लोगों के लोगों के प्रति जुड़ाव को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों पर चर्चा का एक मंच है।

प्रधानमंत्री की यह इस साल की रूस की दूसरी यात्रा होगी। इससे पहले मोदी जुलाई में मॉस्को गए थे। समूह में 9 सदस्यों के विस्तार होने के बाद से यह पहला शिखर सम्मेलन है। इस साल दक्षिण अफ्रीका 2023- सम्मिट के दौरान मिस्त्र, इथियोपिया, ईरान व यूएई ने सदस्यता की पेशकश की थी, जिसके बाद सभी सदस्यों की सहमति से उन्हें शामिल किया गया था।


अर्जेंटीना और सऊदी अरब को भी आमंत्रण भेजा गया था, लेकिन सरकार के बदलने के बाद से अर्जेंटीना ने मना कर दिया और सऊदी अरब का अब तक कोई जवाब नहीं आया है। विदेश मंत्रालय के कहे अनुसार, प्रधानमंत्री रशियन प्राइम मिनिस्टर व्लादिमीर पुतिन के आमंत्रण पर 22-23 अक्तूबर को ब्रिक्स सम्मिट में शामिल होंगे।

रूस की अध्यक्षता में कजान में आयोजित होने वाले सम्मेलन का विषय न्यायसंगत वैश्विक विकास औऱ सुरक्षा के बहुपक्षवाद को मजबूती देना है। यह मंच प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता रहा है।

रूसी राष्ट्रपति के सहायक यूरी उशाकोव के मुताबिक कजान में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में 24 देशों के नेता और 32 देशों के प्रतिनिधमंडल भाग लेंगे। इसके बाद यह रूस का सबसे बड़ा विदेश नीति कार्यक्रम बन जाएगा। ब्रिक्स मीटिंग के अलावा, ब्रिक्स+ फॉर्मेट में ब्रिक्स और ग्लोबल साउथ मिलकर विश्व के भविष्य का निर्माण, सरीखे विषय पर चर्चा करेंगे। इसमें एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्व औऱ लैटिन अमेरिका के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

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