सुकमा : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस ने चिंतागुफा थाना क्षेत्र से सात नक्सलियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। ये नक्सली 2024 में दुलेड़ के पास पिकअप वाहन लूटपाट और आगजनी की घटना में शामिल थे। इस कार्रवाई में चिंतागुफा थाना पुलिस और कोबरा 203 वाहिनी की संयुक्त टीम ने अहम भूमिका निभाई।
कैसे पकड़े गए नक्सली?
सुकमा के एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि 13 जनवरी को नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत जिला बल और मेटागुड़ा कैंप से 203 कोबरा वाहिनी की टीम ने दुलेड़, मेटागुड़ा और एर्रनपपल्ली के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चलाया।
जंगल में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों ने पुलिस को देखकर छिपने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर सात लोगों को पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने अपनी पहचान और नक्सल संगठन में भूमिका स्वीकार की।
गिरफ्तार नक्सली
- सोड़ी हिड़मा (कृषि कमेटी सदस्य, पीनाचंदा)
- माड़वी चंदू (आरपीसी डीकेएमएस सदस्य, एर्रनपपल्ली)
- मड़कम भीमा (आरपीसी डीकेएमएस सदस्य, एर्रनपपल्ली)
- सोड़ी सोमड़ा उर्फ सोमनाथ (आरपीसी डीकेएमएस सदस्य, एर्रनपपल्ली)
- सोड़ी बुधराम (आरपीसी डीकेएमएस सदस्य, एर्रनपपल्ली)
- सोड़ी कोसा (आरपीसी डीकेएमएस सदस्य, एर्रनपपल्ली)
- मड़कम हिड़मा (आरपीसी डीकेएमएस सदस्य, एर्रनपपल्ली)
2024 के लूटकांड में शामिल थे आरोपी
पकड़े गए नक्सलियों ने 2024 में दुलेड़ कैंप के लिए जा रहे पिकअप वाहन पर हमला, सामान की लूटपाट और आगजनी की घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की। घटना के बाद से ये सभी फरार चल रहे थे।
भेजे गए जेल
गिरफ्तार आरोपियों को 14 जनवरी को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब इनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।
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