न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सूरजमुखी के बीज नहीं खरीदने के हरियाणा सरकार के फैसले के विरोध में किसानों का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। उधर, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत 9 किसानों को गिरफ्तार किया गया है। किसानों के खिलाफ तीन अलग-अलग थानों में मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार किए किसानों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इससे पहले मंगलवार को कुरुक्षेत्र में दिल्ली-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने आंदोलनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन और लाठीचार्ज का सहारा लिया। प्रदर्शनकारी किसानों ने दावा किया कि राज्य सरकार एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज नहीं खरीद रही है और उन्हें 6,400 रुपये एमएसपी के मुकाबले लगभग 4,000 रुपये प्रति क्विंटल पर अपनी उपज निजी खरीदारों को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।
प्रदर्शनकारी किसानों ने की ये मांग
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सरकार से 6,400 रुपये प्रति क्विंटल के एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज की खरीद की मांग की है। उधर, कुरुक्षेत्र में आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस के लाठीचार्ज के जवाब में, सोनीपत, गोहाना और रोहतक सहित कई अन्य शहरों में किसानों ने हरियाणा में सड़कों और राजमार्गों को जाम कर दिया। सोनीपत में भी किसानों ने सरधना गांव के पास गनौर पुगथला रोड को जाम कर दिया। सड़क जाम की सूचना मिलते ही गन्नौर पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को जाम हटाने के लिए समझाने की कोशिश की।
किसान नेता वीरेंद्र पहल ने कहा कि हम न्याय मिलने तक धरना जारी रखेंगे। हम पुलिस द्वारा किसानों की क्रूर पिटाई का विरोध करते हैं। कुरुक्षेत्र में किसानों पर कथित लाठीचार्ज पर भारतीय किसान के सदस्यों ने नाराजगी जताई। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को किसान विरोधी कहा।
हरियाणा के सीएम पर कांग्रेस का तंज
कुरुक्षेत्र में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर पर जमकर निशाना साधा। सुरजेवाला ने कहा कि साजिशें, षड्यंत्र, चालें अब बर्दाश्त नहीं। मोदी, खट्टर की ये तानाशाही हुकूमतें ये जान लें कि हम इस लूट तंत्र के खिलाफ खड़े है और लड़ेंगे।
सुरजेवाला ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि MSP कानून लाएंगे, तो कहां है? न तो एमएसपी कानून है और न ही किसान को एमएसपी मिल रहा है। जब किसान विरोध करते हैं तो उन पर केवल लाठीचार्ज होता है? क्या सरकार और पुलिस केवल किसानों को पीटने और उनका अपमान करने का काम कर रही है?