Home » भाजपा व TDP में समझौता, जानिए क्या होगा आंध्रप्रदेश में सीट शेयरिंग का फार्मूला

भाजपा व TDP में समझौता, जानिए क्या होगा आंध्रप्रदेश में सीट शेयरिंग का फार्मूला

by The Photon News Desk
BJP TDS
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

पॉलिटिकल डेस्क/ BJP TDS: लोकसभा चुनावों से पहले आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी, तेलुगु देशम पार्टी और जनसेना के बीच गठबंधन होने की आशंका है। टीडीपी अध्यक्ष एन.चंद्रबाबू नायडू ने इस गठबंधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और जनसेना पार्टी के बीच एक गठबंधन करने पर सहमति बन गई है।

BJP TDS – चंद्रबाबू नायडू की एनडीए गठबंधन में वापसी लगभग तय

लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा अपने घराने को बढ़ाने की कोशिशों में जुटी है। हैट्रिक लगाने के लिए भाजपा दक्षिण भारत के राज्यों में आधार बढ़ाने की भी कोशिश कर रही है। वो इसलिए क्योंकि बीजेपी के 370 और एनडीए के 400 पार सीटों का लक्ष्य दक्षिण को फतह किए बिना संभव नहीं है।

इस कड़ी में भाजपा जल्द ही आंध्र प्रदेश में टीडीपी और जनसेना के साथ गठबंधन की घोषणा कर सकती है। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम और अभिनेता पवन कल्याण की जनसेना से बातचीत चल रही है। इसी के साथ चंद्रबाबू नायडू की एनडीए गठबंधन में वापसी लगभग तय हो गई है। आंध्र प्रदेश में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव होने हैं। कहा जा रहा है कि लोकसभा और विधानसभा के लिए सीटों का बंटवारा तय किया जा चुका है।

Loksabha Election- 8 सीटों में 5/6 सीट बीजेपी, जनसेना 2/3 सीट पर लड़ेगी चुनाव

टीडीपी लोकसभा के लिए बीजेपी और जनसेना के लिए 8 सीट देने को तैयार है। इन 8 सीटों में बीजेपी 5/6 सीट और जनसेना 2/3 सीट पर चुनाव लड़ेगी। विधानसभा के लिए बीजेपी और जनसेना को ज्वाइंट रूप से टीडीपी 30 सीट दे रही है। इसमें से जनसेना 22/24 सीट और बीजेपी को 6/8 सीट मिलेगा। यानी अब लोकसभा और विधानसभा में सीटों का एडजस्टमेंट बीजेपी और जनसेना के बीच हो रहा है।

Loksabha Election- सीटों के बंटवारे को दिया जाएगा अंतिम रूप

इससे पहले चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण ने 7 मार्च को भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ आंध्र प्रदेश में गठबंधन और सीट बंटवारे को लेकर चर्चा की थी। अब सिर्फ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है, जिसके बाद गठबंधन की घोषणा कर दी जाएगी।

भाजपा ने 2014 का चुनाव तेलगु देशम के साथ मिलकर लड़ा था लेकिन 5 साल बाद 2019 में गठबंधन टूट गया था। उस वक्त चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि केंद्र सरकार ने आंध्र से जुड़े वादे पूरे नहीं किए और अब चार साल बाद दोनों के एक साथ आने की खबरे हैं।

READ ALSO : लोकसभा चुनाव से पहले ममता का हिंदुत्व कार्ड, रामनवमी पर पहली बार बंगाल में होगी छुट्टी

Related Articles