रायबरेली : उत्तर प्रदेश के रायबरेली में शनिवार रात एक बड़ी दुर्घटना टल गई, जब कुछ असामाजिक तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखकर एक ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की। हालांकि, यशवंतपुर एक्सप्रेस के लोको पायलट की सतर्कता और सूझबूझ से इस कोशिश को नाकाम कर दिया गया।
घटनास्थल पर क्या हुआ?
घटना रायबरेली रेलवे स्टेशन के समीप चंपा देवी मंदिर के पास हुई, जहां रेलवे ट्रैक पर किसी ने बड़े पत्थर रख दिए थे। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह घटना रेलवे पुल के ट्रैक पर हुई थी, जहाँ गार्ड रेलिंग और रनिंग रेलिंग के बीच लगभग 450 मिमी का अंतर है।
शनिवार रात जब लखनऊ से यशवंतपुर एक्सप्रेस आ रही थी, तो ट्रेन का सिग्नल लाल था, जिससे ट्रेन की गति धीमी थी। तभी लोको पायलट ने ट्रैक पर रखे गए पत्थर देखे और तुरंत आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। इसके बाद उसने पत्थर हटवाए और गाड़ी को आगे बढ़ाया। लोको पायलट ने इसकी सूचना तुरंत रेलवे नियंत्रण कक्ष को दी, जिससे कार्रवाई में तेजी आई।
जांच की दिशा
मामले की जानकारी मिलने के बाद रेलवे अधिकारियों ने राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और कोतवाली पुलिस को सूचित किया। वरिष्ठ खंडीय अभियंता ने इस घटना की रिपोर्ट कोतवाली पुलिस को दी। मौके पर रेलवे अधिकारी, आरपीएफ और सिविल पुलिस के अधिकारियों ने पहुंचकर छानबीन की।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर शुभम श्रीवास्तव ने बताया कि यह पत्थर लगभग एक फीट लंबा था, और इसके अलावा कई छोटे पत्थर भी ट्रैक पर रखे गए थे। घटना के बाद पुलिस और रेलवे की टीम ने पूरी जांच शुरू कर दी है, ताकि इस प्रयास के पीछे के कारणों का पता लगाया जा सके।
रेलवे अधिकारियों की सतर्कता
रेलवे अधिकारियों ने अपनी पूरी तत्परता दिखाई और समय रहते इस हादसे को टाल दिया। लोको पायलट की त्वरित प्रतिक्रिया और रेलवे की टीम की तत्परता ने इस प्रयास को नाकाम किया और एक बड़े हादसे को होने से बचाया। इस घटना के बाद रेलवे सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं और अधिकारियों द्वारा जल्द ही जांच रिपोर्ट पेश करने की उम्मीद जताई जा रही है।