सेंट्रल डेस्कः दिल्ली विधानसभा का चुनाव जैसे-जैसे निकट आता जा रहा है, पार्टियां एक-दूसरे पर छींटाकशी बढ़ाती जा रही है। दिल्ली चुनाव में बीजेपी, आप और कांग्रेस के बीच मुकाबला पहले ही त्रिकोणीय है, अब शनिवार को आम आदमी पार्टी ने एक पोस्टर जारी किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह नजर आ रहे हैं, लेकिन जिस चीज ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया, वह राहुल गांधी है
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता अलका लांबा ने आप सुप्रीमो अऱविंद केजरीवाल को इंडिया ब्लॉक छोड़ने की चुनौती देते हुए कहा कि उन्होंने ही 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन के लिए देश की सबसे पुरानी पार्टी से ‘भीख’ मांगी थी।
कांग्रेस 100 सांसदों के साथ मजबूती से खड़ी है
आगे लांबा ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल में हिम्मत है, तो उन्हें घोषणा करनी चाहिए कि वह इंडिया ब्लॉक छोड़ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी 100 सांसदों के साथ मजबूती से खड़ी है और अरविंद केजरीवाल वह हैं जिन्होंने बीजेपी को सभी सात सीटें दीं। आप (अरविंद केजरीवाल) लोकसभा चुनाव के दौरान गठबंधन के लिए हमारे सामने भीख मांग रहे थे। कांग्रेस ने दिल्ली की 7 सीटों के लिए आपकी पार्टी के साथ गठबंधन करके सबसे बड़ी गलती की… कालकाजी से कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को इस वजह से भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
योगी, अनुराग ठाकुर और बिधूड़ी के साथ-साथ राहुल भी बेईमान
आप द्वारा जारी इस पोस्टर ने विपक्षी धड़े में एक और सेंध लगा दी है, जिससे दोनों दलों के बीच तनाव बढ़ गया है। पोस्टर में अन्य नेताओं में संदीप दीक्षित, अजय माकन के साथ-साथ बीजेपी नेता योगी आदित्यनाथ, अनुराग ठाकुर, वीरेंद्र सचदेवा, प्रवेश वर्मा और रमेश बिधूड़ी को “बेईमान” के रूप में दिखाया गया है, जबकि आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को “ईमानदार” के रूप में चित्रित किया गया है।
पोस्टर में लिखा है, ‘केजरीवाल की ईमानदारी सभी बेईमानों पर भारी पड़ गई। कांग्रेस के आंतरिक संघर्षों ने आप के साथ अपने संबंधों को तनावपूर्ण कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आप एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उनके बीच कोई अंतर नहीं है। हम आप और बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। आम आदमी पार्टी बीजेपी की बी टीम है। आप और बीजेपी के बीच मिलीभगत है। अन्ना हजारे मूवमेंट की शुरुआत किसने की? उन्हें प्रेरणा कहां से मिली? इसके पीछे आरएसएस का हाथ था। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा।
इंडिया ब्लॉक के भीतर आंतरिक विभाजन दिल्ली में पैर जमाने के कांग्रेस के प्रयासों के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती बनती जा रही है।