Ramgarh (Jharkhand) : झारखंड का रामगढ़ जिला अब नकली खाद्य पदार्थों की मिलावट और तस्करी का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। पहले यहां नकली पनीर, खोया और सॉस जैसे पदार्थों का गोरखधंधा सामने आया था, और अब दूध में बड़े पैमाने पर मिलावट का खुलासा हुआ है। यह घटना दर्शाती है कि कैसे हाईवे को अवैध कारोबारियों द्वारा ‘कॉरिडोर’ के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी दीपश्री ने रामगढ़ पुलिस के साथ मिलकर NH-33 पर स्थित रॉबिन होटल में छापेमारी की। इस दौरान 30 हजार लीटर दूध से भरा एक टैंकर जब्त किया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि इस टैंकर का सील तोड़कर उसमें पानी और केमिकल की मिलावट की जा रही थी। इस छापेमारी ने दूध के इस अवैध कारोबार में शामिल लोगों में हड़कंप मचा दिया। हालांकि, छापेमारी दल के पहुंचने से पहले ही होटल संचालक, टैंकर के ड्राइवर और खलासी सभी मौके से फरार हो गए।
सैंपल लेकर जब्त किया गया टैंकर, ऐसे हो रही थी मिलावट
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी दीपश्री ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि टैंकर (नंबर PB 11 CM 3311) जैसे ही रॉबिन होटल में पहुंचा, उसमें मिलावट की प्रक्रिया शुरू हो गई। यह कंटेनर ओडिशा से आया था। विभाग को इस दूध में हो रही मिलावट की खबर पहले से ही थी। जैसे ही टीम मौके पर पहुंची, मिलावट करने वाले लोग और होटल मालिक वहां से भाग निकले।
टीम ने पाया कि 30 हजार लीटर क्षमता वाले टैंकर का सील टूटा हुआ था। टैंकर से दूध निकालकर एक पिकअप वैन में रखी टंकी में भरा जा रहा था। टीम ने इस पिकअप वैन (नंबर JH 01 EN 6689) को भी जब्त कर लिया है। अपनी चोरी छिपाने के लिए, ड्राइवर और खलासी निकाले गए दूध की मात्रा के बराबर पानी और केमिकल टैंकर में मिला रहे थे। यह स्पष्ट रूप से दूध में बड़े पैमाने पर मिलावट का मामला है, जो सीधे तौर पर उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ है।
होटल मालिक पर भी होगी कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी ने बताया कि इस पूरे गोरखधंधे में न केवल गाड़ी मालिक, ड्राइवर, और खलासी, बल्कि ट्रांसपोर्टर और रॉबिन होटल के मालिक पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि होटल मालिक अवैध कारोबारियों को बिजली, पानी और मोटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध करा रहा था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह इस मिलावट के धंधे में सीधे तौर पर शामिल था। इस कार्रवाई से उम्मीद की जा रही है कि ऐसे अवैध कारोबारियों पर लगाम लगेगी और आम लोगों को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिल सकेंगे।