Ramgarh (Jharkhand) : रामगढ़ में हिंदू संगठन के नेता राजेश सिन्हा की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। रविवार को बड़कागांव भाजपा विधायक रोशन लाल चौधरी ने इस गिरफ्तारी का जोरदार विरोध किया। वह अपने समर्थकों के साथ भुरकुंडा ओपी पहुंचे, जहाँ राजेश सिन्हा को पुलिस ने हाजत में बंद कर रखा था। विधायक चौधरी ने झारखंड सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया है।
‘विशेष समुदाय के दबाव में हुई गिरफ्तारी’
विधायक रोशन लाल चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह गिरफ्तारी एक विशेष समुदाय के दबाव में की गई है और निर्दोष राजेश सिन्हा को बेवजह फंसाया गया है। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को बेहद संदेहास्पद बताया और कहा कि इस गिरफ्तारी की चारों ओर घोर निंदा हो रही है। चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि पुलिस राजेश सिन्हा को अभिलंब रिहा नहीं करती है, तो वह भी एक जोरदार आंदोलन छेड़ेंगे।
आदिवासी महिला को न्याय नहीं, उल्टे निर्दोषों पर कार्रवाई!
विधायक ने आफताब अंसारी मामले का जिक्र करते हुए कहा कि एक आदिवासी महिला का यौन शोषण होता है और वह थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराती है, लेकिन बजाय न्याय दिलाने के, उसके समर्थक थाना परिसर में जिला प्रशासन के खिलाफ ही नारेबाजी करते हैं। उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि खुद को ‘आदिवासी की सरकार’ बताने वाली यह सरकार आदिवासी महिला को न्याय दिलाने में विफल रही है और उलटा निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर रही है।
चौधरी ने यह भी कहा कि रामगढ़ पुलिस दबाव में आकर काम कर रही है और झूठे तथा बेबुनियाद आरोप लगाकर गलत तरीके से गिरफ्तारी कर रही है। इस बयान के बाद रामगढ़ का राजनीतिक माहौल और गरमा गया है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और तूल पकड़ सकता है।