RANCHI: मुख्यमंत्री की नजरों में जो बैल है वह लाखों जनता के द्वारा चुना हुआ जन प्रतिनिधि है। आदिवासी समाज का अगुआ है। भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने सोमवार को मुख्यमंत्री के बैल वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बैल गांव,गरीब,किसान की पहचान है। करोड़ों लोगों के पेट भरने में सहयोगी है। लेकिन बहुत ऐसे लोग होते हैं जो बैल से काम लेने के बाद उसके महत्व को भूल जाते हैं। मालिक होने का अहंकार सिर चढ़कर बोलने लगता है।
आदित्य साहू ने कहा कि गांव,गरीब ,किसान जनता के लिए बैल ही उपयोगी है इसलिए आज जनता उसी बैल के साथ खड़ी है। लेकिन आज बैल गुस्से में है, आक्रोशित है और जनता उसी के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी जिसको बैल बोलकर अपमानित करते हैं वह राज्य का पूर्व मुख्यमंत्री है। आदिवासी समाज का अगुआ है,लाखों जनता का लंबे समय से जन प्रतिनिधि है।
उन्होंने कहा कि बैल के अपमान का बदला जनता लेने को तैयार है। हेमंत सरकार को बैल की सिंग की मार झेलने को तैयार रहना चाहिए। जनता लूट और झूठ से ऊब चुकी है। आम आदमी परेशान है। स्वास्थ्य, शिक्षा, जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। बालू, पत्थर,खान खनिज की लूट मची है। युवा शक्ति हताश और निराश है। महिलाएं भयभीत हैं। राज्य की बेटियां अब स्कूलों में भी असुरक्षित हो गई हैं। ऐसे हालत से राज्य को उबारने के लिए जनता कमर कस चुकी है।

