रांची : गर्मी के मौसम में ग्रामीणों को पेयजल संकट से राहत दिलाने के उद्देश्य से रांची जिला प्रशासन द्वारा विशेष पहल की गई है। उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के निर्देश पर जिले के सात प्रखंडों में खराब पड़े चापाकलों की व्यापक स्तर पर मरम्मत कराई गई है। 11 मार्च से 31 मई के बीच अनगड़ा, ओरमांझी, सिल्ली, बुंडू, सोनाहातु, राहे और तमाड़ प्रखंडों में कुल 1614 चापाकलों को मरम्मत कर पुनः चालू किया गया। इनमें अनगड़ा में 296, ओरमांझी में 297, सिल्ली में 214, बुंडू में 158, सोनाहातु में 211, राहे में 197 और तमाड़ में 241 चापाकल शामिल हैं।
लोगों ने की थी शिकायत
चापाकलों की मरम्मती की यह कार्रवाई उपायुक्त को प्राप्त शिकायतों, मुखिया को दी गई शिकायतों, मोबाइल एप के माध्यम से मिली जानकारी और ‘अबुआ साथी’ पोर्टल से मिली सूचनाओं के आधार पर की गई है। उपायुक्त ने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल (पूर्वी एवं पश्चिमी) के कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया है कि मरम्मत कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को गर्मी में जल संकट का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही, शहरी इलाकों में जहां चापाकल खराब हैं या जलस्रोत सीमित हैं, वहां टैंकर से नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। जिला प्रशासन की यह पहल गर्मी में राहत देने वाली साबित हो रही है और ग्रामीणों ने इसे लेकर संतोष जताया है।

 
														
 
	