RANCHI: दीपावली और छठ महापर्व के अवसर पर यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रांची रेल मंडल द्वारा 17 अक्टूबर से 38 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। यह जानकारी डीआरएम करूणानिधि सिंह ने गुरुवार को डीआरयूसीसी (रेलवे परामर्शदात्री समिति) की बैठक में दी। फेडरेशन ऑफ झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान डीआरएम ने बताया कि इन ट्रेनों से यात्रियों को देश के विभिन्न शहरों तक जाने में राहत होगी। डीआरएम ने यात्रियों की मांगों पर विचार का आश्वासन दिया और बताया कि रांची से रायपुर व पुरी वंदे भारत ट्रेनों पर भी विचार चल रहा है।

डीआरयूसीसी ने मांगी नई ट्रेनें
मौके पर डीआरयूसीसी प्रतिनिधि संजय अखौरी ने यात्री सुविधाओं और नई ट्रेनों की जरूरत पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि रांची झारखंड की राजधानी है, इसलिए यहां से देश के प्रमुख शहरों तक सीधी कनेक्टिविटी आवश्यक है। जयपुर, लखनऊ, वाराणसी, पुरी, धनबाद और दिल्ली जैसे शहरों के लिए सीधी या विस्तारित ट्रेनों की मांग की गई। इसके साथ ही स्टेशन स्तर पर सुविधाओं की निगरानी और सुधार की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।
वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों की सुविधा पर जोर
बैठक में वरिष्ठ नागरिकों को फिर से रेल यात्रा में रियायत देने, दिव्यांग यात्रियों के लिए निःशुल्क स्टेशन सुविधाएं बहाल करने और कुलियों की कमी को दूर करने की मांग रखी गई। इसके अलावा नई ट्रेन सेवाओं और विस्तार के सुझाव भी दिए गए। जिसमें रांची-नई दिल्ली गरीब रथ का ठहराव टुंडला में, रांची-आनंद विहार टर्मिनल का विस्तार जयपुर तक, रांची-लखनऊ वाया अयोध्या सीधी ट्रेन, गंगा सतलज का विस्तार धनबाद से रांची तक करने की मांग की गई।
इसके अलावा हटिया-सांकी ट्रेन का विस्तार हजारीबाग टाउन तक, रांची-नई दिल्ली राजधानी को सप्ताह में दो दिन बरकाकाना मार्ग से चलाने की मांग, रांची-हावड़ा वाया कोडरमा नई ट्रेन व रांची-वाराणसी वंदे भारत को सप्ताह में तीन दिन वाया हजारीबाग चलाने की मांग की गई। इसके अलावा, शक्तिपुंज एक्सप्रेस की समय सारणी में बदलाव और हटिया-बेंगलुरू वंदे भारत ट्रेन शुरू करने का आग्रह किया गया।