RANCHI : झारखंड की राजधानी रांची के सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने इतिहास रच दिया है। हॉस्पिटल में पहली बार जबड़े (मैक्सिलोफेशियल) और जटिल रीढ़ की हड्डी की सर्जरी की गई। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, यह उपलब्धि न केवल अस्पताल, बल्कि राज्य के लिए भी उपलब्धि की बात है। सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार ने इस सफलता पर डॉक्टरों की टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि सदर अस्पताल की क्षमता और दक्षता का प्रमाण है। उन्होंने विशेष रूप से डॉ. ऋचा शर्मा और उनकी पूरी टीम की सराहना की।
जानकारी के मुताबिक, सड़क दुर्घटना में घायल एक मरीज को गंभीर रूप से निचले जबड़े (मैंडिबुलर) में फ्रैक्चर हो गया था। मरीज को लगातार दर्द और सूजन की समस्या बनी हुई थी। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में डॉक्टरों की टीम ने मरीज का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। डॉ. ऋचा शर्मा की देखरेख में टीम ने जनरल एनेस्थीसिया के तहत ओपन रिडक्शन एंड इंटरनल फिक्सेशन (ORIF) विथ प्लेटिंग और मैक्सिलोमैंडिबुलर फिक्सेशन की प्रक्रिया की।
आर्थो में रीढ़ की हड्डी की सर्जरी
आर्थो विभाग में एक जटिल रीढ़ की हड्डी की शल्य सर्जरी की गई। इसमें डी-9 से एल-3 तक 5 स्तरों पर पोस्टीरियर पेडिकल स्क्रू फिक्सेशन और डी-11 से एल-1 तक तीन स्तरों पर लैमिनेक्टॉमी की गई। यह सर्जरी 48 वर्षीय मरीज की हुई, जो ऊंचाई से गिरने के कारण पैराप्लीजिया से पीड़ित हो गया था। मरीज की कमर एवं पीठ की हड्डियों में भी कई स्तरों पर फ्रैक्चर एवं डिसलोकेशन थे। सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. मुजम्मिल एवं डॉ. प्रभात के अलावा समीर और संजू के साथ एनेस्थीसिया से डॉ. वसुंधा वो डॉ. दीपक – एनेस्थीसिया टीम के अन्य सदस्य शामिल थे।