खूंटी: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र देशभर के स्वास्थ्य विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है। झारखंड के खूंटी जिले में भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने की व्यापक तैयारी कर ली गई है। सिविल सर्जन डॉ. नागेश्वर मांझी ने जानकारी दी कि युद्ध जैसी स्थिति में घायल मरीजों की देखभाल के लिए अस्पतालों को केंद्र सरकार की एडवाइजरी के तहत तैयार किया गया है।
मेडिकल इमरजेंसी से निपटने की पूरी तैयारी
सिविल सर्जन ने बताया कि सदर अस्पताल में मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में बेड की व्यवस्था की गई है। रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिले के रक्त संग्रह केंद्र में 50 यूनिट ब्लड स्टॉक किया गया है। आवश्यकता अनुसार इस संख्या को 500 यूनिट तक बढ़ाया जा सकता है। आमजन से किए गए रक्तदान शिविरों के माध्यम से यह ब्लड स्टॉक तैयार किया गया है।
डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द, 24×7 रोस्टर ड्यूटी तय
जिले में कार्यरत सभी डॉक्टरों और नर्सों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। अस्पताल में चौबीसों घंटे रोस्टर के अनुसार ड्यूटी लगाई गई है ताकि किसी भी समय जरूरत पड़ने पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा सके। सभी आवश्यक दवाइयां, जीवन रक्षक उपकरण और एंबुलेंस की भी व्यवस्था कर दी गई है।
डॉक्टरों की अनुपस्थिति पर सख्ती
सिविल सर्जन ने यह भी बताया कि हाल के दिनों में डॉक्टरों के अस्पताल से अनुपस्थित रहने की शिकायतें मिली थीं। इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। ऐसे डॉक्टरों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब अस्पतालों से डॉक्टरों की गैरमौजूदगी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
केंद्र की एडवाइजरी के अनुसार संपूर्ण तैयारी
डॉ. मांझी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से मिले दिशा-निर्देशों के अनुसार खूंटी जिला पूरी तरह से मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए तैयार है। मरीजों के लिए दवा, ब्लड, बेड और चिकित्सा स्टाफ की कोई कमी नहीं होगी। जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर किसी भी आपात स्थिति का सामना करने को तैयार है।